पटना. एक सितंबर से कई नियमों में बदलाव होंगे. इससे आम लोगों के जीवन पर असर पड़ेगा. सबसे अधिक जेनरल इंश्योरेंस कंपनी से जुड़े एजेंट पर असर पड़ेगा, क्योंकि कंपनी ने कमीशन में कटौती कर दी है. साथ ही एलपीजी सिलिंडर की कीमत में भी बदलाव होगा.
बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण ने जनरल इंश्योरेंस कंपनियों को एजेंट का कमीशन सीमित करने को कहा है. इसे 20 फीसदी तक सीमित किया जायेगा. अभी तक एजेंट को कमीशन के रूप में 30-35 फीसदी तक मिलता था.
नेशनल पेंशन स्कीम के नियमों में भी बदलाव हुआ है. नये प्रावधान के बाद एनपीएस का खाता खोलने वाले प्वाइंट ऑफ प्रजेंस को कमीशन दिया जायेगा. यही एनपीएस में लोगों का रजिस्ट्रेशन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं. वाइंट ऑफ प्रजेंस को एक सितंबर से 15 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक कमीशन मिलेगा.
लगभग हर माह की पहली तारीख को एलपीजी सिलिंडर की कीमतों की समीक्षा होती है. इनमें कमी और इजाफा हो सकता है. साथ ही ऐसा भी हो सकता है कि कीमतों में कोई बदलाव न हो. गैस के दाम बढ़ने से आम लोगों को महंगाई की एक और चोट लग सकती है.
भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुसार टोकन नंबर का उपयोग किये जाने की तारीख 30 सितंबर तक बढ़ा दी गयी है. संभवत: यह नियम एक सितंबर से लागू हो जाये. आरबीआइ एक वैकल्पिक कोड के साथ वास्तविक कार्ड विवरण के लिए जारी करेगा.