पाकिस्तान में आयी विनाशकारी बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,061 तक पहुंच गई. बाढ़ की विभीषिका का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 3.3 करोड़ लोगों को यानी देश की कुल आबादी के करीब सातवें हिस्सा को विस्थापित होना पड़ा है. इधर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान में आयी बाढ़ को लेकर ट्वीट किया और लोगों की मौत पर दुख जताया.
पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुखी हूं: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुखी हैं. उन्होंने पड़ोसी देश में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद जतायी. मोदी ने ट्वीट किया, पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही को देखकर दुख हुआ. हम पीड़ितों, घायलों और इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद करते हैं.
बाढ़ से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान
पाकिस्तानी जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इसे दशक का सबसे भयावह मानसून कहा, वहीं वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा कि बाढ़ के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान हुआ है.
बाढ़ से 9,92,871 घर पूरी तरह तबाह
प्राकृतिक आपदाओं से निपटने वाले मुख्य राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ के कारण कम से कम 1,061 लोग मारे गए हैं जबकि 1,575 लोग घायल हुए हैं. प्राधिकरण ने कहा कि करीब 9,92,871 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लाखों लोग भोजन व स्वच्छ पेयजल आदि से वंचित हो गए हैं. इसके साथ ही करीब 7.19 लाख पशु भी मारे गए हैं और लाखों एकड़ उपजाऊ भूमि लगातार बारिश से जलमग्न हैं.
मीडिया रिपोर्ट में मौतों की संख्या अधिक होने का अनुमान
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हजारों गांव देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं और नदियों के उफनने से सड़कें और पुल तबाह हो गए हैं.