बिहार सरकार देश-विदेश में बिहारी युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए एजेंसी का सहारा लेगी. दिसंबर तक श्रम संसाधन विभाग के माध्यम से 20 से अधिक एजेंसियों का चयन हो पायेगा. जो बिहार के अलावे देश व विदेश में युवाओं को उनके स्किल के मुताबिक रोजगार दिलाने में सहायता करेगी. इन एजेंसियों के माध्यम से बिहार से वैसे कामगार जिनके लिए इ माइग्रेशन और प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. वहीं, फर्जी एजेंसियों के खिलाफ गांव स्तर पर भी जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.
राज्य के विभिन्न जिलों से विदेशों में रोजगार के अवसरों की खोज करना एवं युवाओं को गलत तरीके से भर्ती करने वाले दलालों एवं बाध्य नियोजकों द्वारा शोषण किये जाने से बचाना. वैसे देशों में एजेंसियों के सहयोग से स्वयं की या सरकार की ओर से विदेशी संयुक्त उपक्रमों को देखने के बाद प्रोत्साहित, स्थापित, उपक्रमित एवं कार्यान्वित करना, जिसके कारण बाहरी देशों में आवासन करने वाले भारतीयों की नियोजन संभावना शक्ति बढ़े.
बाहरी देशों में नियोजन के लिए कुशल अर्द्ध कुशल, अकुशल कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अब एजेंसियों को काम करना होगा. श्रम संसाधन विभाग से निबंधित युवाओं को आवेदकों के बाद उन्हें ट्रेंड किया जायेगा और इसके लिए साक्षात्कार पर्षद का भी गठन किया जाएगा.
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बिहार से रोजगार के लिए विदेश जाने वाले कामगारों के लिये ब्यूरो के द्वारा जाने से पहले इन सभी का उन्मुखीकरण केंद्र नियोजन भवन पटना, संयुक्त श्रम भवन, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा में भी कार्य कर रहा है. इन केंद्रों पर विदेश मंत्रालय द्वारा प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.