बेतिया के अनुमंडल और प्रखंड स्तरीय सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य कार्यक्रम को सुचारू बनाने के लिए सिविल सर्जन डॉ वीरेन्द्र कुमार चौधरी ने एक कमेटी गठित की है. यह कमेटी प्रत्येक बुधवार को अनुमंडलीय या प्रखंड स्तरीय सरकारी अस्पतालों में जाकर वहां चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों और वित्तीय स्थिति का जायजा लेगी. कमेटी अस्पताल में नियमित टीकाकारण के साथ अन्य सुविधाओं पर भी नजर रखेगी.
इस संबंध में सीएस डॉ चौधरी ने बताया कि कुछ जगहों पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन धीमा है. वहीं विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए वित्तीय मदों के खर्च पर भी नजर बनायी रखनी थी. इस कारण कमेटी गठित की गयी है. इसके तहत जिला स्वास्थ्य समिति के विभिन्न पदाधिकारियों और कर्मचारियों को अतिरिक्त जिम्मेवारी देते हुए एक नियत समय दिया गया है. इसमें वह उक्त तिथि को जाकर उस सदर अस्पताल या पीएचसी का मुआयना करेंगे. वे वहां प्रसव व्यवस्था, नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन, कोविड टीकाकरण, दवाओं की स्थिति और ओपीडी सहित टेलिमेडिसीन की व्यवस्था पर भी नजर रखेंगे. राज्य मुख्यालय से आने वाले स्वास्थ्य कार्यक्रमों के निर्देश के आधार पर चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मौजूदा स्थिति का भी आकलन करेंगे.
डीपीएम सलीम जावेद ने बताया कि कमेटी अपना काम सितंबर माह के प्रथम हफ्ते से शुरू करेगी. जांच पर गए पदाधिकारी या कर्मचारी को जांच की रिपोर्ट तीन दिन के अंदर सिविल सर्जन ऑफिस में जमा करनी होगी.
डीपीसी अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि जांच कमेटी से जिले की स्वास्थ्य गुणवत्ता में काफी सुधार होगा. स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन में तेजी आयेगी. दूर-दराज के क्षेत्रों में भी समान स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया हो पाएगी. यही जिला स्वास्थ्य समिति पश्चिमी चंपारण की मंशा भी है.