Namaz Controversy: यूपी में मुरादाबाद के एक गांव में नमाज विवाद को लेकर शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इसी को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़ा किया है. एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सोमवार को हैदराबाद में कहा कि मेरा अधिकार है कि मैं अपने घर पर नमाज पढ़ सकता हूं. अगर मैं अपने घर पर नहीं नमाज पढूंगा तो क्या सड़क पर पढूंगा. जबकि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नमाज कहीं भी पढ़ सकते हैं. आप तो चारो तरफ से हमें दबा रहे हैं.
इस मामले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर पीएम मोदी को घेरा है. ओवैसी ने ट्वीट में लिखा है कि भारत में मुसलमान अब घरों में भी नमाज नहीं पढ़ सकते? क्या अब नमाज पढ़ने के लिए भी हुकूमत एवं पुलिस से इजाजत लेनी होगी? नरेंद्र मोदी को इसका जवाब देना चाहिए, कब तक मुल्क में मुसलमानों के साथ दूसरे दर्जे के शहरी का सुलूक किया जाएगा? ओवैसी ने इसी कड़ी में आगे लिखा है, समाज में कट्टरपंथी इस हद्द तक फैल गयी है के अब दूसरों के घरों में नमाज पढ़ने से भी लोगों के जज्बात को ठेस पहुंच जाती है.
सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, यूपी के मुरादाबाद के थाना छजलैट इलाके के ग्राम दुल्हापुर में लोगों ने पुलिस में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि दूसरे पक्ष द्वारा नमाज पढ़ने से गांव में घृणा, शत्रुता और वैमनस्यता फैलाई जा रही है. पुलिस ने सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने पर 16 नामजद और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने शिकायत मिलने पर धारा 505(2) के तहत नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि गांव में मस्जिद या मदरसा नहीं है, इसलिए एक घर में सामूहिक नमाज होती है. इधर, नमाज पढ़ने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है.
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