Noida Twin Tower: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी में बने ट्विन टावर को रविवार दोपहर जमीदोज़ कर दिया गया. इस धमाके के चलते वहां से हटाए गए नजदीक के रिहायशी इमारतों में रहने वाले करीब 100 परिवार रविवार रात तक अपने घरों में लौट आए. एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के 5,000 से अधिक लोगों को ट्विन टावर विध्वंस से पहले निकाला गया था.
रविवार रात तक घर लौटे लोग हस बात से राहत में हैं कि उनके घर सुरक्षित हैं. ब्लूस्टोन निवासी और आरडब्ल्यूए सदस्य आरती कोप्पुला ने कहा कि सुपरटेक सोसायटी के चार टावर में अब तक गैस आपूर्ति बहाल नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘हम रात नौ बजे लौटे और हमारे घरों को कोई नुकसान नहीं हुआ. हमारी इमारतों के भूमिगत तल में बस दुर्गंध आ रही है, जो संभवत: विस्फोटकों के कारण है. कोप्पुला ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया है कि सोमवार तक गैस की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी. बाकी सब ठीक है. कोई नुकसान नहीं हुआ है.
लोगों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की तैनाती की गई थी. पुलिस ने ढही इमारत के आसपास के इलाके में अवरोधक लगा दिए हैं. विस्फोट के कई घंटे बाद भी लोग ध्वस्त टावर के पास इकट्ठा हुए और मलबे के साथ सेल्फी लेते देखे गए. गौरतलब है कि दिल्ली के ऐतिहासिक कुतुबमीनार से भी ऊंचे दोनों इमारतों को रविवार को 3,700 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल कर ध्वस्त कर दिया गया. ट्विन टावर को ध्वस्त किए जाने से पहले एमराल्ड कोर्ट तथा एटीएस विलेज सोसाइटी के 5,000 से अधिक लोगों को वहां से खाली करा लिया गया था.