भागलपुर: शहर के वार्ड-33 में नीलकंठनगर व बरहपुरा का मुख्य हिस्सा आता है. कृष्णापुरी, प्राणवती लेन, भीखनपुर का कुछ हिस्सा, रेशमीनगर आदि इसी वार्ड में है. पूरे वार्ड में हर घर नल की सुविधा नहीं है और 75 फीसदी क्षेत्रों में नाला का निर्माण नहीं कराया गया है. पानी निकासी नहीं होने के कारण बरसात में घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. वार्ड 33 के बरहपुरा व आसपास क्षेत्रों में लोगों को शौचालय की सुविधा नहीं है और उन्हें रेलवे लाइन की ओर जाना पड़ता है. यह बातें रविवार को बरहपुरा में आयोजित प्रभात खबर आपके द्वार में आये लोगों ने अपने-अपने गली व मोहल्ले की समस्याओं से अवगत कराते हुए बतायी.
वार्ड के बरहपुरा के कुछ क्षेत्र में काम दिख रहा है. अब भी यहां लोगों को हर घर नल की सुविधा नहीं है. जनता नल पर पानी के लिए भीड़ लगती है. पहले पानी लेने के लिए मारामारी होती है. इस क्षेत्र का मुख्य हिस्सा चांदनी चौक बारिश में डूब जाता है. इस मार्ग से होकर लोगों को गुजरना मुश्किल जाता है. 35 वर्ष पहले बसे नीलकंठ नगर, कृष्णापुरी, प्राणवती लेन अब भी विकास से दूर है. नीलकंठनगर व कृष्णापुरी के लोग बरसात में जलजमाव से अधिक परेशान होते हैं. बरहपुरा मुख्य मार्ग में वर्षों से कच्चा नाला का समाधान नहीं किया गया. राहगीरों को हमेशा दुर्घटना का भय रहता है.
लोगों ने बताया कि इस बार बारिश कम हो रही है. फिर भी बरहपुरा व अन्य गली मोहल्ले में नाला व नाली की सफाई नहीं होने से जलजमाव हो रहा है और मच्छर का प्रकोप बढ़ रहा है. इतना ही नहीं अब तक आठ लोग मलेरिया से पीड़ित हो चुके हैं. वहीं गंदा पानी पीने से टायफाइड कई लोगों को चुका हौ. सबसे बड़ी समस्या पेयजल संकट की है. सफाई व्यवस्था भी बेहतर नहीं है. महीनों तक कूड़े-कचरे का उठाव नहीं होता है.
पानी की समस्या है. बारिश में घर में नाला का पानी घुस जाता है. कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल रही है. मुजीब अली लेन की रहने वाली नसीमा ने कहा कि कूड़ा-कचरा फैला रहता है. बिजली पोल नहीं है. पीने का पानी नहीं मिलता है. जनता नल ही सहारा है. वहीं, जरीना ने कहा कि बोरिंग खराब रहता है. पानी कनेक्शन भी नहीं है. जलजमाव की समस्या है. बीमारी फैल रही है. रमजान अली लेन की रहने वाले शहफून ने बताया कि घर-घर पाइपलाइन नहीं बिछा है. गरमी बढ़ने से पानी को लेकरपरेशानी बढ़ी है. नाला साफ नहीं कराया गया, घर के आसपास गंदगी का अंबार लगा जाता है. मच्छर का प्रकोप है. इससे भांजा जिशान को मलेरिया हो गया था.