भागलपुर, संजीव: रोड एक्सीडेंट में कमी आने की जगह इसमें बढ़ोतरी हो रही है. बावजूद इसके लोग संभल नहीं रहे हैं. स्थिति यह है कि पिछले सात महीने (जनवरी-जुलाई 2022) में भागलपुर पुलिस जिला में 107 और नवगछिया पुलिस जिला में 74 सड़क हादसे हुए. इनमें भागलपुर पुलिस जिले में 79 और नवगछिया पुलिस जिला में 56 लोगों की मौत हो गयी. गंभीर रूप से चोटिल होनेवालों में भागलपुर के 19 और नवगछिया के 12 लोग शामिल हैं. सड़क हादसे की मूल वजहों पर गौर करें, तो यह बेतरतीब वाहन चालन, हेलमेट पहने बिना ड्राइविंग और खराब सड़कें हैं.
एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (आइरेड) परियोजना भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक पहल है. यह देश में सड़क सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित है. इसके द्वारा भागलपुर में मॉनिटरिंग, रिपोर्टिंग डैशबोर्ड और एनालिटिक्स डैशबोर्ड के माध्यम से विश्लेषण करने का काम शुरू कर दिया गया है. इसके माध्यम से नयी नीतियों के निर्माण के लिए शीर्ष अधिकारियों द्वारा पूर्वानुमान और निर्णय लिया जायेगा. परियोजना का का उद्देश्य भारत में सड़क सुरक्षा यानी ‘सभी के लिए सुरक्षित सड़क’ में बढ़ोतरी करना है.
आइरेड मोबाइल एप्लिकेशन पुलिस कर्मियों को फोटो और वीडियो के साथ सड़क दुर्घटना के बारे में विवरण दर्ज करने में मदद करता है. इसके बाद लोक निर्माण विभाग या स्थानीय निकाय के एक इंजीनियर को उसके मोबाइल डिवाइस पर अलर्ट भेजा जाता है. इस अलर्ट के बाद उसे दुर्घटना स्थल का दौरा करना है. वह उसकी जांच के साथ सड़क का डिजाइन फीड करेगा. इस तरह एकत्र किये गये डेटा का विश्लेषण आइआइटी-एम की एक टीम द्वारा किया जायेगा. इसके माध्यम से सुझाव आयेगा कि सड़क की डिजाइन में किस तरह के सुधार की आवश्यकता है. इसे लेकर पुलिस को ट्रेनिंग देने का काम भी किया जा रहा है.
माह भागलपुर नवगछिया
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जनवरी —-18 ——- 06
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फरवरी — 15 —— 09
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मार्च —– 17 —— 13
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अप्रैल —- 15 —— 15
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मई —- 23 — —- 09
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जून —- 12 —- 13
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जुलाई —- 07 —- 09
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कुल —- 107 —– 74
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(आंकड़े का स्रोत : आइरेड, मोर्थ)