डुमरा कोर्ट (सीतामढ़ी). आर्केस्ट्रा के नाम पर देह व्यापार कराने वालों का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. देह व्यापार कराने में संलिप्त एक पुरुष बिचौलिये ने कानून व्यवस्था का सॉफ्ट कॉर्नर हासिल करने के लिए पुलिस के रेड के समय साड़ी पहन महिला का वेश धारण कर लिया. इसका नतीजा यह हुआ कि गिरफ्तार 23 आरोपितों में शामिल पुरुष बिचौलिया प्रतिमा सोरेन को भी जिला पुलिस ने महिलाओं के साथ न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया.
इधर जेल में संदेह होने पर महिला कक्षपाल ने कार्यालय को जानकारी दी. तब पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय कुमार ने जांच कर स्पष्ट किया कि प्रतिमा सोरेन महिला नहीं, बल्कि पुरुष है. इस संबंध में जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने स्थानीय व्यवहार न्यायालय में एडीजे-6 आरती कुमारी सिंह को आवेदन देकर निर्गत अभिरक्षा अधिपत्र को सुधार करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश मांगा है.
इसकी भनक लगते ही जिला पुलिस में हड़कंप मच गया. वरीय पदाधिकारी इस चूक के लिए जांच कर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय कर रहे हैं. गौरतलब हो कि गत 24 अगस्त को एसपी हर किशोर राय के निर्देश पर डुमरा थाने के मुरादपुर व मेहसौल ओपी के बसबरिया में छापेमारी कर 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें 9 महिलाए, 12 पुरुष व दो किशोरियां शामिल थीं.
गिरफ्तार 9 महिलाओं की सूची में प्रतिमा सोरेन का नाम भी शामिल है. जो वाकई में पुरुष है. पूछताछ में खुलासा हुआ था देह व्यापार का संचालन सुरसंड वार्ड नंबर-तीन निवासी चांदनी देवी बसबरिया वार्ड नंबर-24 निवासी नवल किशोर राय के किराये के मकान में कर रही थी. इसमें उसका पति भी सहयोगी था. गिरोह के सदस्य दूसरे प्रदेशों से भोली-भाली व युवतियों को बहला फुसलाकर यहां तक लाते थे. कथित आर्केस्ट्रा में नाच-गान की आड़ लेकर इस धंधे को संचालित किया जा रहा था.
जेल भेजने से पहले सभी महिला व पुरुष आरोपितों का मेडिकल टेस्ट कराया गया था. मेडिकल टेस्ट में पुलिस को इस तरह की जानकारी नहीं मिली थी. जांच में यह सामने आया है कि प्रथम दृष्टया देखने से प्रतिमा सोरेन महिला ही नजर आती है.
– किशोर राय, एसपी