Kashi Vishwanath Mandir: काशी विश्वनाथ मंदिर में दानदाताओं द्वारा भेजे गए मनी ऑर्डर से आने वाले चढ़ावे में बड़े पैमाने पर घालमेल की आशंका जताई जा रही है. बाबा विश्वनाथ को आने वाले मनी ऑर्डर में करीब 1 लाख 49 हजार के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. दो साल से बाबा को आ रहे मनी ऑर्डर से पैसे की जांच मैं ये मामला सामने आया है. इसे लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के अपर मुख्य कार्यपालक ने चौक थाने में कंप्यूटर सहायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं, मंदिर प्रशासन ने कंप्यूटर सहायक शिव भूषण द्विवेदी को निलंबित कर दिया है.
काशी विश्वनाथ मंदिर के अपर कार्यपालक अधिकारी निखिलेश कुमार मिश्र के अनुसार बाबा विश्वनाथ के नाम से आने वाले मनी ऑर्डर का काम का जिम्मा शिव भूषण द्विवेदी देखता था. जांच में सामने आया की बीते वर्षों का मनी ऑर्डर का पूरा विवरण शिव भूषण द्विवेदी ने क्लर्क संजय चतुर्वेदी को नहीं दिया है. साल 2021 से जून 2022 तक आए मनी ऑर्डर की जुलाई में जांच कराई गई थी. इस अवधि में 4 लाख 16 हजार 301 रुपए की धनराशि बाबा के नाम से आई थी लेकिन मंदिर कोष में 2 लाख 66 हजार 795 रुपए जमा कराए गए. आरोप है कि बाकी का 1 लाख 49 हजार 506 रुपए का कंप्यूटर सहायक शिव भूषण द्विवेदी गबन कर लिया है.
बाबा के चढ़ावे के गबन की जानकारी मिलते ही हड़कंप मंच गया और इस की जानकारी मंदिर प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को दी उच्चाधिकारियों के आदेश पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने 3 अगस्त को चौक थाने में शिव भूषण द्विवेदी के खिलाफ धोखाधड़ी और हेराफेरी का मुकदमा दर्ज करा दिया. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने मनी ऑर्डर से पिछले 10 साल में बाबा को मनी ऑर्डर से कितनी राशि आई है. इसकी जांच की पूरी तैयारी शुरू कर दी गई है.
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रिपोर्ट: विपिन सिंह