स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) ने सूबे के अपराध का छह माह का रिपोर्ट जारी किया है. इसमें मुजफ्फरपुर में चोरी के मामले एक हजार अभी ही पार कर गया है. जनवरी से जून तक जिले के विभिन्न थानों में 1131 केस दर्ज किये गये है. अहम बात यह है कि पुलिस चोरी के मामले के उद्भेन करने में काफी पीछे है. सिर्फ 10 फीसदी मामले का ही उद्भभेदन कर सकी है. वहीं 90 फीसदी मामले थाने में ही दम तोड़ रही है. अधिकांश मामले में पुलिस घटना को सत्यसूत्रहीन कर कोर्ट को अंतिम पत्र सौंप दिया है. यानी जांच बंद कर दी है. वहीं हत्या, रेप जैसे जघ्न्य मामले में पुलिस की कार्रवाई बेहतर है. पुलिस चोरी जैसी छोटी वारदात को रोकने में असफल साबित हो रही है. इसके रोकथाम में पुलिस भी रुची नहीं ले रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल और वर्तमान के रिकॉर्ड में काफी गिरावट आया है. हालांकि, गिरावट दर काफी कम है. वर्ष 2021 के जून तक में 73 लोगों की जान विभिन्न घटनाओं में ली गयी. वहीं इस वर्ष यानी 2022 के जून तक में यह आकड़ा घटकर 64 पर आ गया. वैसे ही रेप की घटना में भी मामूली गिरवाट देखी गयी है. वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में रेप की चार वारदातें कम हुई है. चोरी के मामले में भी गिरावट देखा गया है. वर्ष 2022 में 1131 है जो वर्ष 2021 के जून तक में 1234 रहा था.
अपराध का आंकड़ा 2022 ::
जिला हत्या रेप चोरी
मुजफ्फरपुर 64 46 1131
वैशाली 57 19 713
सीतामढ़ी 31 28 422
शिवहर 08 06 31
दरभंगा 34 22 443
समस्तीपुर 49 29 452
मधुबनी 35 27 361
मोतिहारी 72 28 980
बगहा 24 14 78
बेतिया 19 16 469
अपराध का आंकड़ा 2021 ::
जिला हत्या रेप चोरी
मुजफ्फरपुर 73 50 1234
वैशाली 56 19 646
सीतामढ़ी 36 22 512
शिवहर 03 01 40
दरभंगा 29 30 370
समस्तीपुर 49 24 426
मधुबनी 31 30 324
मोतिहारी 73 33 920
बगहा 16 10 60
बेतिया 20 13 471