नई सरकार में नई पारी की शुरुआत करते हुए बिहार विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश सरकार (Nitish Government) पर गंभीर आरोप लगाये. नीतीश कुमार (Nitish Kumar)को विजय सिन्हा ने कठघरे में खड़ा करते हुए राजस्व पर्षद के अपर सदस्य का एक पत्र साझा किया है. जिसमें श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव से छह बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई थी.उक्त पत्र में पूछा गया था कि जिस शख्स के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया था उसे सीएम हाऊस बुलाया गया था. ऐसा क्यों हुआ और क्या सीएम अवास को इसकी जानकारी नहीं थी.
राजस्व पार्षद के अपर सदस्य सुधीर कुमार के एक पत्र को साझा करते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि यह पत्र 12 अप्रैल, 2021 को श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को भेजा गया था. उन्होंने कहा कि इस पत्र में श्रम संसाधन विभाग से छह बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी. पत्र में पूछा गया है कि किसके आदेश से कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष को नौ अप्रैल, 2016 को सीएम आवास पर आयोजित मीटिंग में बुलाया गया था? क्या इसके लिए श्रम संसाधन विभाग के मंत्री को अनुमोदन प्राप्त था? क्या इस बात की विभाग और सीएम अवास को सूचना नहीं थी कि विवेक सावंत जो मुख्यमंत्री आवास पर स्किल डेवलपमेंट का प्रजेंटेशन दे रहे थे,उनके खिलाफ सीबीआई कोर्ट में करोड़ों के गबन मामले दर्ज है.
राजस्व पर्षद ने नौ अप्रैल, 2016 की कार्यवाही उपलब्ध करवाने को कहा था.साथ ही उस बैठक में बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने स्किल डेवलमेंट के किस योजना को कार्यान्वित किया इसकी जानकारी मांगी थी.इसके साथ ही पत्र में समीक्षा बैठक में कौन-कौन लोग उपस्थित थे इसकी भी जानकारी देने को कहा गया है.विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बीजेपी शीघ्र ही सीएम नीतीश सरकार में हुए भ्रष्टाचार की एक और कहानी सबके सामने लायेगी.