Bareilly News: बरेली के विकास खंड रामनगर की ब्लॉक प्रमुख विजेता ठाकुर ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से ब्लॉक प्रमुख का पद हथिया लिया था, लेकिन चुनाव हारने वाली भाजपा प्रत्याशी नेहा आर्य की शिकायत के बाद जांच की गई, तो जाति प्रमाण पत्र फर्जी मिला है. इसके बाद जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इससे ब्लॉक प्रमुख विजेता ठाकुर का पद जाना भी तय माना जा रहा है.
पंचायत चुनाव वर्ष 2021 में बरेली के विकास खंड रामनगर का ब्लॉक प्रमुख पद अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित था. मध्य प्रदेश के नरसिंहपुरा जनपद की करेली तहसील निवासी ब्लॉक प्रमुख विजेता ठाकुर कुचबांधिया जाती से हैं. यह जाति एससी (अनुसूचित) में न आने का आरोप है, जिसके चलते विजेता ठाकुर पर अपने पति मित्रपाल के माध्यम से अनुसूचित जाति (नट) का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप है.
इसके माध्यम से उन्होंने बीडीसी (क्षेत्र पंचायत सदस्य) का चुनाव जीता. इसके बाद निर्दलीय के रूप में रामनगर ब्लॉक प्रमुख पद के लिए दावेदारी ठोक दी. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी नेहा आर्य को लंबे अंतर से चुनाव हराया था. विजेता को 51, भाजपा की नेहा आर्य को 14 और सपा प्रत्याशी को मात्र चार मत मिले थे. चुनाव में हार के बाद भाजपा की पूर्व प्रत्याशी नेहा आर्य ने शिकायत की. उनका आरोप था कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए 6 मार्च 2021 को विजेता ठाकुर ने आंवला तहसील से जाति प्रमाण पत्र संख्या 20321400910 जारी कराया था.
डीएम ने कुछ महीने पहले जिला स्तरीय जांच कमेटी बनाई.कमेटी की सत्यापन रिपोर्ट में जाति प्रमाण पत्र फर्जी मिला.इसके बाद जांच कमेटी ने प्रमाण पत्र को निरस्त करने की सिफारिश की है. इससे ब्लाक प्रमुख का पद भी जाना तय माना जा रहा है.आंवला तहसील के कसूमरा गांव निवासी विजेता ठाकुर ने गांव से ही बीडीसी का चुनाव लड़ा था. ब्लॉक प्रमुख बनने के बाद उसके पति भाजपा में शामिल हो गए.वह वर्तमान में मंडल महामंत्री के पद पर हैं.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद