Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. नदियों के उफान की वजह से तटीय इलाकों में बसे लोगों के घरों तक पानी ने दस्तक दे दी है. इस बीच यहां बाढ़ में बहकर सड़क पर आए मगरमच्छ को देख लोग सहम उठे. हालांकि, समय रहते मगरमच्छ को रेस्क्यू कर लिया गया.
प्रयागराज में बाढ़ के पानी में बहकर मगरमच्छ सड़क पर आ गया. दहशत से लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए. हालांकि, समय रहते वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करके वापस पानी में छोड़ दिया है. pic.twitter.com/VFsMXIvmUq
— Sohit Trivedi (@SohitSharma05) August 27, 2022
प्रयागराज में बाढ़ के पानी में बहकर मगरमच्छ सड़क पर आ गया. दहशत से लोगों ने घरों के दरवाजे बंद कर लिए. हालांकि, वन विभाग ने समय रहते मगरमच्छ को रेस्क्यू करके वापस पानी में छोड़ दिया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, अगर दो दिनों तक गंगा और यमुना में जलस्तर बढ़ने की रफ्तार यही रही तो साल 2013 की बाढ़ का रिकॉर्ड टूट सकता है.
वहीं नदियों में तेज रफ्तार से बढ़ते बाढ़ के पानी के कारण बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों और अफसरों की मानें तो हालात वर्ष 2013 जैसे ही बने हुए हैं. सभी की नजर हमीरपुर, बांदा और औरैया के जलस्तर पर टिकी हैं. इन तीनों स्थानों पर जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.
उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हर दो घंटे में दो दर्जन मकान के सामने बाढ़ का पानी आ रहा रहा है. ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. हमीरपुर, बांदा और औरैया में शुक्रवार को जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई.
इधर, वाराणसी में उफनती गंगा नदी से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. वहीं शहर में मंदिरों और घाटों की ओर पानी तेजी से ऊपर चढ़ रहा है. यहां हर घंटे बढ रही गंगा के साथ लोगों की धड़कने भी बढ़ने लगी हैं. गंगा खतरे के निशान से 20 मीटर ऊपर बह रही है. पानी देर रात 12 बजे ही खतरे के निशान को पार कर चुका है.