झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में सत्तारूढ़ गठबंधन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में बुलायी गयी है. दूसरी तरफ, निर्वाचन आयोग की ओर से भेजी गयी सिफारिश पर राज्यपाल रमेश बैस कानूनी सलाह ले रहे हैं.
इलाज कराने के लिए दिल्ली के एम्स गये रमेश बैस के रांची लौटने से पहले ही झारखंड की राजनीति में भूचाल आ चुका था. गुरुवार को राज्यपाल से रांची एयरपोर्ट पर ही सवाल पूछा गया कि हेमंत सोरेन के मामले में निर्वाचन आयोग ने क्या रिपोर्ट दी है. श्री बैस ने कहा कि उन्हें कुछ नहीं मालूम.
शुक्रवार को स्थिति की समीक्षा करने और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श के लिए मुख्यमंत्री आवास में यूपीए के विधायकों की बैठक बुलायी गयी. सुबह 11 बजे से विधायकों की बैठक होनी थी. इसके पहले से ही विधायकों का सीएम आवास पहुंचना शुरू हो गया था. समाचार लिखे जाने तक यूपीए के 54 में से 42 विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंच गये थे.
दूसरी तरफ, दूसरे दिन भी कयासों का दौर जारी रहा. निर्वाचन आयोग ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में क्या रिपोर्ट दी है, उसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक राज्यापल रमेश बैस बंद लिफाफे के बारे में कोई जानकारी मीडिया को दे सकते हैं.