दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि इस परियोजना में अड़चन आ सकती है. वायरल खबर में दावा इसके पीछे जो कारण बताया जा रहा है, उसके अनुसार रेलवे बोर्ड ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. आइसे इस वायरल मैसेज के बारे में जानें कि इसमें कितनी सच्चाई है.
दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर क्या है वायरल खबर
वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि दिल्ली और वाराणसी के बीच प्रस्तावित हाईस्पीड रेलवे कॉरिडोर के निर्माण में अवरोध पैदा हो गया है और रेलवे ने मार्ग में अनेक घुमावदार हिस्सों का हवाला देते हुए परियोजना पर फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि रेलमार्ग पर इतने सारे घुमाव 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चलने के लिए कारगर नहीं होंगे.
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कई मीडिया रिपोर्ट्स में फ़र्ज़ी दावा किया जा रहा है कि रेलवे बोर्ड ने दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड कॉरिडोर की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है#PIBFactCheck
▶️इस परियोजना के संबंध में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है
▶️यह परियोजना अभी भी विचाराधीन है pic.twitter.com/rrcH3mFyjk
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 25, 2022
क्या है वायरल मैसेज का सच
मीडिया में दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन को लेकर खबर वायरल होने के बाद पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने इसकी पड़ताल की और पाया कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी है. पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वायरल खबर को शेयर किया और बताया, कई मीडिया रिपोर्ट्स में फर्जी दावा किया जा रहा है कि रेलवे बोर्ड ने दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड कॉरिडोर की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. बताया गया कि इस परियोजना के संबंध में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. यह परियोजना अभी भी विचाराधीन है.
रेल मंत्रालय ने भी रिपोर्ट खारिज किये जाने की खबरों से इनकार किया
रेल मंत्रालय ने दिल्ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन परियोजना के व्यावहारिक होने से जुड़ी रिपोर्ट खारिज किये जाने की खबरों से इनकार किया. उसने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर अब भी विचार जारी है. मंत्रालय ने कहा, दिल्ली-वाराणसी उच्च गति की रेल को लेकर डीपीआर पर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है. वास्तविकता यह है कि रेल मंत्रालय को परियोजना रिपोर्ट को लेकर कोई समस्या नहीं है. उसने यह भी कहा कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने परियोजना से संबंधित डीपीआर को अंतिम रूप दे दिया है और इसे रेलवे बोर्ड को सौंप दिया है. मंत्रालय ने कहा, यह अनुमोदन देने की प्रक्रिया के तहत डीपीआर रेलवे बोर्ड के विचाराधीन है. प्रस्ताव के तहत बुलेट ट्रेन के लिये गलियारा ग्रेटर नोएडा, आगरा, लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी से होकर गुजरना है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि हाल ही में डीपीआर पर चर्चा के लिये प्रधान कार्यकारी निदेशक (बुनियादी ढांचा) आर एन सिंह और एनएचएसआरसीएल के अधिकारियों के बीच कोई बैठक नहीं हुई.