Mood Swings: कभी गुस्सा, कभी झुंझलाहट, तो कभी एकदम उदासी में घिर जाना. मूड स्विंग किसी को भी हो सकता है. वैसे तो ये खासतौर से महिलाओं में प्रेगनेंसी, मेनोपॉज और अन्य कई बदलावों के साथ ज्यादा महसूस होने लगता है, पर आज के भाग दौड़ भरी जिंदगी में पुरुष भी इसका शिकार होता दिख रहे हैं.
बेवजह दुखी रहना, ऊर्जा में कमी आना, एक्टिव ना रहना, इच्छा में कमी रहना, आत्मविश्वास में कमी आना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन, हर समय थकान लगना, बहुत ज्यादा भूख लगना, अनिद्रा, अनियमित माहवारी, सांस फूलना आदि.
पुरुषों में मूड स्विंग के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. जैसे कि हॉर्मोनल चेंजेज होना, आसपास की परिस्थिति का आपके अनुकूल न होना, किसी चीज का उम्मीद पर खरे न उतर पाना, ऑफिस का तनाव, किसी बात से इमोशनल होना, फाइनेंशियल प्रॉब्लम और किसी अपने से हर्ट (Hurt) होना आदि पुरुषों में मूड स्विंग के लिए जिम्मेदार कारण हो सकते हैं.
मूड स्विंग से बचने के लिए जरूरी है कि लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव किए जाएं। अगर आपके साथ अक्सर मूड स्विंग की दिक्कत होती है तो आपको काफी कॉन्शियस रहने की जरूरत है। इसके लिए रोज एक्सरसाइज करें, दिन में 8-10 ग्लास पानी पीएं, मेडिटेशन करें, बैलेंस डाइट लें और दिन में कोई एक एक्टिविटी ऐसी करें जिसे करने से आपको खुशी मिलती हो, जैसे कि पेंटिंग, कुकिंग, सिंगिंग या डांसिग आदि।
हेल्दी खाने से करें दोस्ती
मूड स्विंग को ठीक करने के लिए सबसे पहले आपको अपने खान पान पर ध्यान देना होगा. भले ही हमें खाने में तला-भुना, चटपटा बेहद भाता हो पर इस बात को हम नकार नहीं सकते कि ऐसी डाइट हमारी सेहत में कोई खास योगदान नहीं देती. लिहाजा अपनी डाइट में शुगर, कार्बोहाड्रेट, फैट आदि सीमित मात्रा में ही लें. अपनी डाइट में कम शुगर व कम कार्बोहाइड्रेट्स वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें. इससे आपके मूड स्विंग की समस्या ठीक हो सकती है. बेहतर होगा कि आप अधिक चीनी और नमक का सेवन भी न करें.
पानी का प्रयोग मूड स्विंग से उबरने में मदद करता है. पानी हमारी सिर्फ प्यास ही नहीं बुझाता, बल्कि हमारे शरीर को अंदर से क्लीन भी करता है.मन जब बहुत खराब हो, या अच्छा सा ना लग रहा हो तो मौसम के हिसाब से गरम या ठंडे पानी से कुछ देर नहा लें, आप तुरंत ही अच्छा महसूस करेंगी.इसके अलावा शिकंजी बनाकर आराम से एक-एक सिप लेकर पियें.शिकंजी वैसे भी ‘मूड टि्वस्टर’ मानी जाती है.इससे मन भी शांत होगा और शरीर को ऊर्जा मिलेगी सो अलग!
नकारात्मकता से बचने से हम अपने आप को मूड स्विंग की चपेट में आने से रोक सकते हैं. ऐसे लोगों का साथ चुनें जो आपको हंसा सकें, खुश रख सकें, जिनको आपकी कमियां नहीं, अच्छाइयां देखने की आदत हो.पता है, खुशमिजाज लोगों के बीच रहने से आप खुश तो रहेंगी ही, साथ ही आपका आत्मविश्वास भी बना रहेगा.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.