सारण (छपरा) जिले में जहरीली शराब से करीब एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत के बाद शराब को लेकर राज्य सरकार एक्शन में आ चुकी है. raराज्य में पिछले 20 दिनों में बिहार पुलिस व मद्य निषेध विभाग ने मिल कर करीब 73 हजार छापेमारियां की हैं. जिनमें 18 हजार लोगों को अवैध शराब का व्यापार या पीने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
बिहार पुलिस द्वारा इस अवधि के दौरान हर दिन औसतन 3650 छापेमारी और 900 गिरफ्तारियां की गई है. इनमें से भी 30 हजार से अधिक छापेमारी व 8500 गिरफ्तारी सिर्फ बीते एक हफ्ते में की गयी है. सोमवार को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने मीडिया कर्मियों को यह जानकारी दी.
उत्पाद आयुक्त ने बताया कि बीते चार महीने में गिरफ्तार अपराधियों को सजा दिलाने की दर बढ़ कर 93 फीसदी हो गयी है. मद्य निषेध के तहत दर्ज मामलों में अब तक 1.28 लाख केसों में ट्रायल शुरू कर 4622 का ट्रायल पूरा कर लिया गया है. इनमें मामलों में 944 को दोषमुक्त जबकि 3678 को अब तक सजा दी गयी है. इनमें 60 लोगों को पांच साल से लेकर दस साल तक की सजा सुनाई गयी.
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उत्पाद आयुक्त ने बताया कि अब भोजपुर जिले को भी शराब को लेकर छापेमारी करने के लिए स्पीड मोटर बोट उपलब्ध करा दी गयी है. 15 सीट की इस मोटर बोट को विभाग ने 22 लाख रुपये में खरीदा है. वहीं इससे पहले ऐसी दो मोटर बोट की मदद से पटना और सारण जिले की नदियों में छापेमारी की जा रही है. खास बात है कि इन स्पीड मोटर बोट पर ड्रोन की लैंडिंग की भी सुविधा है.