पटना/भागलपुर: बिहार का चर्चित सृजन घोटाला में वर्ष 2017 से जेल में बंद महिला अभियुक्त सरिता झा को सोमवार को हाई कोर्ट से नियमित जमानत मिल गयी. न्यायाधीश चंद्रशेखर झा की एकलपीठ ने अभियुक्त सरिता झा द्वारा दायर नियमित जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें जमानत दे दी.
सरिता झा सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड सबौर की मैनेजर थी. इन पर आरोप था कि पैसे के लेनदेन में चेक पर इन्हीं का हस्ताक्षर होता था. वर्ष 2017 में जब इस मामले का खुलासा हुआ, तो जांच के दौरान इनके खिलाफ मिले साक्ष्यों के आधार पर इन्हें गिरफ्तार किया गया था. इन पर कई मुकदमे दर्ज किये गये. केवल इसी मामले में इन्हें जमानत नहीं मिली थी. अन्य सभी मामलों में इन्हें जमानत मिल गयी थी.
सरकारी राशि धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने वर्ष 2017 को सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पूछताछ की और 12 अगस्त 2017 को अदा में पेश करने के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया.
बता दें कि सृजन घोटाला बिहार राज्य का सर्वाधिक चर्चित घोटाला है. विभिन्न सरकारी अधिकारियों, बैंक अधिकारियों, निजी व्यक्तियों और अन्य सदस्यों के साथ सरकारी धन को सृजन के खातों में डालने की साजिश रची. उक्त खाते का उपयोग सभी षड्यंत्रकारियों के लाभ के लिए किया गया था. साजिश में अधिकारियों, जिला भूमि अधिग्रहण कार्यालय, इंदिरा आवास योजना में पड़ी धनराशि, सृजन के खाते में जिला कल्याण योजना आदि की राशि ट्रांसफर की गयी. इस राशि से फ्लैट और अन्य संपत्ति की खरीद की गयी. गाजियाबाद, पुणे, पटना, भागलपुर आदि में अचल संपत्तियां भी अर्जित की गयी. इन आरोपों की जांच सीबीआइ, प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है.