भागलपुर. कैबिनेट की मंजूरी के बाद भोलानाथ रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया में तेजी आयी थी, लेकिन पुल निर्माण निगम चार माह बाद भी एक ठेका एजेंसी तक बहाल नहीं कर सका है. सनद रहे कैबिनेट की मंजूरी मिले चार महीने बीत चुका है. बता दें आरओबी बनवाने के लिए टेंडर निकाला गया था, पर सिंगल बिड के कारण रद्द हो गया. दुबारा टेंडर नहीं निकाला जा सका है. ऐसे में यह बता पाना बेहद मुश्किल है कि इस ओवरब्रिज का काम कब तक जमीन पर शुरू होगा और कब तक यह पुल बनकर तैयार हो पायेगा.
हद तो यह है कि पुल निर्माण निगम ने भोलानाथ आरओबी निर्माण के लिए ट्रांसटेक नामक कंसल्टेंट एजेंसी से 117 करोड़ का एस्टिमेट तैयार कराया है, लेकिन टेंडर 59.90 करोड़ का ही निकाल रहा है. ऐसे में लोगों के बीच यह सवाल है कि इतनी कम राशि में पुल का निर्माण तो शुरू हो सकता है, लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पायेगा.
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी नोटिस के पेच में फंसी है. पहले मापी, फिर रिपोर्ट अब नोटिस के चक्कर में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबित है. अब तक जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि जब कागज पर ही काम आगे नहीं बढ़ रहा है तो जमीन पर पता नहीं कब दिखेगा. इधर आरओबी नहीं बनने से लोगों को जाम की परेशानी झेलनी पड़ रही है.
भोलानाथ रेलवे पुल से 7.5 मीटर ऊंचा आरओबी बनेगा. विभागीय अधिकारियों के अनुसार काम शुरू होने पर डेढ़ साल में फ्लाई ओवर निर्माण पूरा होगा. मिरजानहाट शीतला स्थान चौक से भोलानाथ पुल के बीच 50 फीट चौड़ी जगह है, लेकिन भोलानाथ पुल व भीखनपुर के बीच अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करनी पड़ सकती है.
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04 अप्रैल 2022 : कैबिनेट से मंजूरी
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06 जून, 2022 : टेंडर निकला
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27 जुलाई, 2022 : टेंडर की तिथि बढ़ी
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02 अगस्त, 2022 : सिंगल बिड के कारण टेंडर रद्द