पटना. बुधवार से प्रारंभ हो रहे बिहार विधानमंडल के दो दिवसीय विशेष सत्र से पहले मंगलवार को भाजपा विधानमंडल दल की बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में सदन के दौरान पार्टी की रणनीति तय होगी. भाजपा सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में ही बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में पार्टी के नेता का नाम भी तय होगा.
सरकार से बाहर निकलने के बाद सबसे बड़े और एकमात्र विपक्षी दल के रूप में भाजपा को ही विधानसभा और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी मिलनी है. ऐसे में दोनों पदों पर कई नामों को लेकर चर्चा चल रही है. बैठक में इनमें से किसी एक-एक नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है. उम्मीद की जा रही है कि भाजपा किसी पुराने चेहरे को ही यह दायित्व सौंप सकती है.
इस बार इस बात को लेकर भी चर्चा है कि पार्टी आलाकमान किसी ऐसे व्यक्ति को यह पद दे सकता है जिसकी वाणी धारदार हो. बैठक में प्रदेश संगठन मंत्री भीखूभाई दलसानिया और बिहार के सह प्रभारी हरीश द्विवेदी के साथ ही केंद्रीय टीम से किसी एक पर्यवेक्षक के शामिल होने की बात कही जा रही है. हालांकि, इसको लेकर कोई घोषणा नहीं की गयी. केंद्रीय नेतृत्व ने भी पिछले दिनों नयी दिल्ली में हुई बिहार प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में इस बिंदु पर चर्चा की थी.
इधर, राजद विधायक दल की बैठक 23 अगस्त की शाम आयोजित की जायेगी. इसकी अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव करेंगे. यह बैठक शाम को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के अावास पर आयोजित की जायेगी. उल्लेखनीय है कि 24 अगस्त को विधानमंडल का सत्र शुरू होने जा रहा है. विधानसभा में राजद विधायकों की क्या रणनीति होगी? इस संदर्भ में विमर्श किया जायेगा. दरअसल सत्ताधारी दल के रूप में राजद की यह पहली बैठक होगी. बैठक में सदन में विरोधी दल के रुख के अनुरूप राजद विधायक एकजुट होकर अपनी राय रखेंगे.