हाइवे पर ट्रक व मालवाहक पिकअप को लूटने वाले गिरोह के 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने चार जिलों में छापेमारी कर सभी बदमाशों को दबोचा है.अपराधियों के पास से बरामद सामान 25 लाख से अधिक का लूटा माल बरामद किया गया है. एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि लगातार जिले में रात्रि में हाइवे पर माल लोड ट्रक व पिकअप लूट की घटना हो रही थी. मोतीपुर व कांटी थाना क्षेत्र अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट पर था.
लगातार हो रही घटना को देखकर डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था. इसमें कांटी थानाध्यक्ष संजय सिंह और मोतीपुर थानेदार मुकेश कुमार को शामिल किया गया. इसी क्रम में मोतीपुर के पंचसलवा चौक के समीप से मार्शल सवार छह लोगों को पकड़ा गया. मोतीपुर थानेदार ने अपराधियों को पकड़ना चाहा तो बदमाश उनकी गाड़ी में ठोकर मारते हुए भागना चाहा. करीब पांच किलोमीटर तक पीछा करने के बाद छह अपराधियों को दबोचा गया. इनके पास से हथियार बरामद हुए. पूछताछ करने पर इन्होंने पूरे गैंग और लूट के सामान के बारे में जानकारी दी. इसके बाद लगातार 48 घन्टे तक सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में कार्रवाई कर 10 अपराधियों को दबोचा गया. पूछताछ में बताया कि लूट की गाड़ियां और सामान शिवहर और सीतामढ़ी में बेचते हैं.
इन अपराधियों का गायघाट और कांटी में आपराधिक रिकॉर्ड है. यहां लूटपाट और आर्म्स एक्ट के केस पहले से दर्ज हैं. इन्हीं इलाको में हाइवे से इन लूटेरों ने ट्रक समेत अन्य गाड़ियां और सामान लूटा था. इससे पूर्व भी इस गैंग के करीब आधा दर्जन शातिर गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे. अभी इस गिरोह में और भी कई शातिर हैं. जिनके नाम व ठिकाने की जानकारी मिली है. इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
लूटेरों से पूछताछ में पता लगा कि सिर्फ मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर ही बल्कि उत्तर बिहार के कई जिलों में इनका सिंडिकेट फैला हुआ है. इसके अलावा नेपाल में भी इस गैंग का ठिकाना होने की जानकारी हाथ लगी है. लूटी गई गाड़ियों को ये इन्हीं जिलों और बॉर्डर पार खपाते थे. इस दिशा में विशेष टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
गिरोह के शातिर चारपहिया वाहन में सवार होकर सुनसान जगह पर एनएच से सटे ग्रामीण सड़क पर रुके रहते थे. जैसे ही मालवाहक पिकअप या ट्रक आता दिखता था उसका पीछा करने लगते. ओवरटेक करके ट्रक को रोक कर उसके चालक को बंधक बनाकर लूटपाट करता फिर गाड़ी को दूसरी जगह छोड़कर बदमाश फरार हो जाते थे.