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सीएम योगी की एक आवाज पर झूमते चले आते हैं नंदी और बछड़े, ऐसा है मुख्यमंत्री का गायों से प्यार

Gorakhpur News अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री का एक वीडियो चर्चा में रहा जिसमें गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित गौशाला में नंदी नाम के एक बैल को वो दुलारते और मानते नजर आए थे.

Gorakhpur News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पशु पक्षियों से बेहद लगाव है. गायों को लेकर मुख्यमंत्री का प्यार किसी से भी छुपा नहीं है. वह गोरखनाथ मंदिर स्थित गौशाला में रोजाना अपना समय गौ सेवा में देते रहे हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जब भी वह गोरखपुर दौरे पर गोरखनाथ मंदिर आते हैं तो सुबह गायों के बीच में जाकर उन्हें खिलाना, दुलार करना उनकी दिनचर्या में शामिल है.

अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री का एक वीडियो चर्चा में रहा जिसमें गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित गौशाला में नंदी नाम के एक बैल को वो दुलारते और मानते नजर आएं थे. असल में हकीकत यह थी कि नंदी किसी बात को लेकर नाराज था और जब योगी आदित्यनाथ उसे गुड़ और बिस्किट खिलाने गए तो वह नहीं खाया बाद में उसे उसके गुस्से का कारण भी वीडियो में मुख्यमंत्री पूछते नजर आ रहे हैं बाद में योगी के मनाने के बाद नंदी माने और गुड़ और बिस्किट खाएं. गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित गौशाला में योगी ने गायों का नाम भी रखा है और जब भी वह गौशाला में जाते हैं तो गायों को उनके नाम से ही पुकारते हैं और गाय सब कुछ छोड़ कर उनकी तरफ दौड़े चल देती हैं.

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योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के गौशाला में गायों का नाम राधा, गौरी ,श्यामा ,गंगा नाम रखा हुआ है. वही कुछ बछड़ों का नाम भी उन्होंने रखा है, जैसे कान्हा. वहीं एक बैल का नाम उन्होंने नंदी रखा है. योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर आते हैं तो जैसे ही इन गायों और बछड़ों को उनके आने का आहट मिलता है. यह सब उनकी तरफ दौड़े चले आते हैं. कुछ गोवंश तो योगी को देखकर रंभाना शुरू कर देते हैं .

जन्माष्टमी पर भी सुबह योगी आदित्यनाथ इन गोवंश के बीच में गए और योगी की आवाज सुनते ही गोवंश उनकी तरफ दौड़ पड़े जन्माष्टमी के दिन सीएम योगी और गोवंश के बीच यह समय दर्शनीय और अभिभूत कर देने वाला था .शुक्रवार को सुबह मंदिर की गौशाला जैसे मैं जैसे ही योगी ने आवाज दी नंदी व बछड़े झूमते हुए उनके पास आ गए .योगी आदित्यनाथ नें अपने हाथों से उन्हें गुड़ और चना खिलाकर दुलारा. उनकी आवाज सुनकर बछड़े और गाय जैसे ही दौड़े मुख्यमंत्री के मुंह से निकल पड़ा अरे अरे देखो देखो कैसे यह दौड़ते आ गए .बताते चलें गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित गौशाला में लगभग 450 से ज्यादा गाय है और इनकी सेवा करने के लिए यहां लोग भी रखे गए हैं और मुख्यमंत्री हरदम इनके हाल चाल लेते रहते हैं.

टकटकी लगाकर देखती रही गाय

मुख्यमंत्री का गौसेवा के प्रति लगाव इस छोटे से वाक्ये समझा जा सकता है. उनकी इस गौ सेवा को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है. पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने सबसे पहले अवैध बूचड़खाना को बंद करवा दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्ष 2007 में करीब 11 दिनों तक गोरखपुर मंडली कारागार में रहे थे. धारा 144 के उल्लंघन और शांति भंग के आरोप में उन्हें जेल भेजा गया था. जेल जाने की वजह से उन्हें काफी लोकप्रियता भी मिली था. यूपी के पूर्वांचल के लोग उन्हें जननायक के तौर पर देखने लगे. जेल से आने के बाद जब मुख्यमंत्री मंदिर पहुंचे तो अपने गुरु से मुलाकात करने बाद जब गौशाला में गए तो गाय इन्हें टकटकी लगाकर देख रही थी. कुछ गोवंश ने तो कई दिनों से ठीक से भोजन भी नहीं किया था. योगी को देखते हैं वह गेट की तरफ भागी चली आईं. उनकी आंखों से आंसू बहने लगे थे. काफी देर तक योगी गौवंशों के बीच बैठे रहे.

रिपोर्ट : कुमार प्रदीप

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