Sadbhavana Diwas 2022: हर साल 20 अगस्त को सद्भावना दिवस रूप में मनाया जाता है. यह दिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (former Prime Minister Rajiv Gandhi) को श्रद्धांजलि देने और सद्भावना के भाव का विस्तार करने के लिए मनाया जाता है. इस साल 20 अगस्त 2022 को हम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 78वीं जयंती मना रहे हैं.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1992 में राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार (Rajiv Gandhi Sadbhavana Award) की स्थापना की. इस दिन राजीव गांधी के करीबी परिवार के सदस्य, वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी के सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1992 में राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार(Rajiv Gandhi Sadbhavana Award) की स्थापना की थी.
हर साल यह दिन स्वर्गीय राजीव गांधी की याद में मनाया जाता है जो 40 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. भारत के लिए उनके विजन को श्रद्धांजलि देने के बदले इस अवसर पर समाज की बेहतरी के लिए योगदान दिया जाता है.
राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. वह 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू उनके नाना थे.भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उनकी मां थीं. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे. प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने 1984-89 तक देश की सेवा की.
राजीव गांधी ने देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया. उन्होंने 1986 में उच्च शिक्षा कार्यक्रमों के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की थी.उन्होंने 1986 में जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना की. यह संस्था ग्रामीण बच्चों को उनके उत्थान के लिए 6वीं से 12वीं कक्षा तक मुफ्त आवासीय शिक्षा प्रदान करती थी. इसका संचालन केंद्र सरकार करती है. उनके प्रयास से 1986 में स्थापित किए गए एमटीएमएल ने ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीफोन के विस्तार के लिए सार्वजनिक कॉल ऑफिस (PCO) भी बनाए.
उन्होंने 1990 के बाद, लाइसेंस राज को कम करने के उपायों की शुरुआत की, जिससे व्यवसायों और व्यक्तियों को पूंजी, उपभोक्ता सामान खरीदने और नौकरशाही प्रतिबंधों के बिना आयात करने की अनुमति मिली. इतना ही नहीं उन्होंने मतदान के अधिकार की आयु सीमा 18 वर्ष तक करने के साथ ही पंचायती राज की शुरुआत की. उन्होंने युवा शक्ति को दृढ़ता से प्रोत्साहित किया और कहा कि देश का विकास देश के युवाओं की जागरूकता पर ही निर्भर करता है. इसलिए राजीव गांधी ने युवाओं को रोजगार देने के लिए जवाहर रोजगार योजना शुरू की थी.
हर साल यह राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार के रूप में 10 लाख रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.