पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों को निर्देश दिया है कि संभावित सूखे की स्थिति में किसानों को हर संभव मदद देने की योजना बनाएं. वैकल्पिक फसल योजना के तहत इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द बीज उपलब्ध कराएं, ताकि किसानों को कृषि कार्य में राहत मिल सके. किसानों को 16 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करें. इससे किसानों के लिए सिंचाई में सहूलियत होगी. साथ ही जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है, उसका बचाव हो सकेगा.
मुख्यमंत्री ने डीजल अनुदान योजना का लाभ किसानों को तेजी से दिलाने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कम बारिश से उत्पन्न स्थिति पर पूरी नजर रखें और किसानों को सहायता देने के लिए पूरी तैयारी रखें. मुख्यमंत्री ने यह बातें जहानाबाद, गया और औरंगाबाद जिले में कम बारिश से उपजे हालात का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गया एयरपोर्ट पर अधिकारियों से कहीं.
सीएम नीतीश कुमार ने वहां जिलाधिकारी से कम बारिश के कारण धान की रोपनी की स्थिति की ताजा जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये. इससे पहले मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान जहानाबाद जिले के मोदनगंज, घोसी, मखदुमपुर प्रखंड, गया जिले के अतरी, वजीरगंज, टनकुप्पा, मोहनपुर, बाराचट्टी, डोभी, अमास, गुरूआ एवं गुरारू प्रखंड और औरंगाबाद जिले के मदनपुर, देव कुटुम्बा, नवीगंज, औरंगाबाद, रफीगंज व गोह प्रखंड में धान की रोपनी का जायजा लिया. कम बारिश के कारण इन जिलों में धान की रोपनी काफी कम हुई है. मुख्यमंत्री के हवाई सर्वेक्षण के दौरान शुक्रवार को इन जिलों में आज अच्छी बारिश हुई.
हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल और मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे.
मुख्यमंत्री तीन जिलों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गया से पटना सड़क मार्ग से लौटे. पटना वापस लौटने के दौरान मानपुर, खिजरसराय, इस्लामपुर, एकंगरसराय, हिलसा, दनियावां और फतुहा प्रखंड के क्षेत्रों में धान की रोपनी की स्थिति का भी अवलोकन किया.
हवाई सर्वेक्षण के क्रम में गया पहुंचने के दौरान अचानक मौसम खराब होने की वजह से गया एयरपोर्ट पर अपराह्न करीब एक बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. उनके साथ कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार व जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल भी थे. इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना तत्काल जिला प्रशासन व एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी गयी. जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एमएस सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे. बारिश होने के कारण एयरपोर्ट पर सीएम 15 मिनट रुके.