उम्मीद है कि 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु स बार दर्शन करने पहुंच रहे हैं. बुधवार सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर बांके बिहारी जी के मंदिर के कपाट खोलते ही पूरे मंदिर परिसर कन्हैया का जयघोष होने लगा.
भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनाई जा रही है. मंदिरों के शहर वृंदावन में एक हफ्ते पहले से ही कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारी हो रही थी.
दूर-दूर से जन्माष्टमी का त्योहार मनाने के लिए भक्त मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर पहुंचे हुए हैं. माथे पर कन्हैया का झूला और दिल में दर्शन की अरदास लिए आस्थावानों की कतार हर पल लंबी होती जा रही है.
जन्माष्टमी से पहले वृंदावन की गलियां कान्हा के रंग डूब चुकी हैं. बांके बिहारी मंदिर के पास दुकानों में सुंदर लड्डू गोपाल सजे हैं. सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. चारों ओर कन्ैया के जयकारे लग रहे हैं.
बांके बिहारी धाम में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा हुआ है. सभी हाथ जोड़े भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं.
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मौसम की मार के बीच भी भक्तों का उत्साह कम होता नहीं दिख रहा है. सिर पर चादर और गमछा-तौली की छांव लेकर लोग अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए मशक्कत कर रहे हैं.
पूरी मथुरा में हर तरफ नजर घुमाने के साथ ही लोगों का हुजूम नजर आ रहा है. सभी की बस एक ही इच्छा है कि वे अपने लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव धूमधाम सेे मनाएं.
महिलाएं अपने प्रिय लड्डू गोपाल की मूर्ति को माथे पर लगाकर मंदिर की दूरी तय कर रही हैं. हाथ में फूल और चावल लेकर भगवान श्रीकृष्ण का आह्वान करें. इसके अलावा उनका पंचामृत से अभिषेक करें. पंचामृत में तुलसी जरूर डालें. धनिए की पंजीरी बनाकर उसका भोग चढ़ाने की भी चारों ओर तैयारी देखी जा रही है.
तस्वीर और रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत