Bahubali leader Rajan Tiwari arrested: माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला का दाहिना हाथ रहे राजन तिवारी को बिहार के रक्सौल से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वह नेपाल भागने की फिराक में था. गोरखपुर की कैंट थाने की पुलिस और एसओजी टीम ने बिहार पुलिस की मदद से राजन तिवारी को गुरुवार की सुबह गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस उसे लेकर गोरखपुर पहुंची. जहां राजन तिवारी को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. राजन तिवारी पर 28 मुकदमे दर्ज हैं. गोरखपुर पुलिस ने उस पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है. राजन तिवारी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की दो टीमें बनाई गई थी.
राजन तिवारी मोतिहारी के गोविंद नगर से विधायक रह चुके हैं. उनके खिलाफ बिहार और उत्तर प्रदेश में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. अकेले गोरखपुर में इनके ऊपर 28 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. वह कैंट थाने में दर्ज गैंगस्टर के मुकदमों में वांछित था. करीब 100 NBW कोर्ट की ओर से जारी किया गया था. वहीं, गोरखपुर पुलिस ने राजन तिवारी के ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था.
बिहार पुलिस को यह सूचना मिली थी कि राजन तिवारी नेपाल भागने की फिराक में है और वह मोतिहारी में छिपा हुआ है. बिहार पुलिस ने इसकी सूचना यूपी पुलिस को दी. इसके बाद दोनों राज्यों की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए राजन तिवारी को रक्सौल के हरैया ओपी थाना से गिरफ्तार किया है. राजन तिवारी के खिलाफ 17 साल से NBW जारी होता रहा लेकिन राजन तिवारी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई. कोर्ट ने 100 से ज्यादा वारंट समन भी जारी किए लेकिन पुलिस ने एक भी नहीं पहुंचाया.
राजन तिवारी कुख्यात माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला का काफी करीबी माना जाता था. एक तरह से कहा जाए तो राजन तिवारी श्रीप्रकाश शुक्ला का दाहिना हाथ था. राजन तिवारी का नाम यूपी के टॉप 61 माफिया की लिस्ट में शामिल है. गोरखपुर कैंट थाने में दर्ज 1996 के हत्या के दो मामलों में राजन तिवारी को आरोपी बनाया गया था. इन केस में गैंगस्टर श्रीप्रकाश शुक्ला भी आरोपी था. राजन तिवारी दो बार विधायक रह चुका है. राजन तिवारी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लखनऊ में भाजपा की सदस्यता भी ली थी. राजन तिवारी मूलत: गोरखपुर के गगहा थानाक्षेत्र के पूरा गांव का रहने वाला है.
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