चीनी मांझा उड़ाने को लेकर पुलिस हमेशा से ही सख्त रुख अपनाते आई है. ऐसे में अगर आप भी अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहे हैं, तो सावधान हो जाईए, क्योंकि आपको इसको लेकर जेल की हवा खानी पड़ सकती है. दिल्ली पुलिस ने गीता कॉलोनी इलाके से आठ पतंग उड़ाने वालों को कथित तौर पर चीनी मांझा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
चीनी मांझा के खतरे और हाल की घटनाओं को देखते हुए गीता कॉलोनी थाना पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है. अभियान के दौरान, चीनी मांझा का उपयोग करने वाले कुल आठ पतंग उड़ाने वालों को गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में गीता कॉलोनी थाने में आईपीसी की धारा 188 के तहत कुल आठ मामले दर्ज किए गए हैं. अभियान के दौरान गिरफ्तार व्यक्तियों के कब्जे से कुल 13 चरखी चीनी मांझा बरामद किया गया है.
पुलिस ने कहा कि दिल्ली में गला काटने की कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें कई लोग हताहत हुए हैं. चीनी मांझा के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया. इस अभियान में न सिर्फ विक्रेता बल्कि पतंग उड़ाने वाले भी राडार पर थे. इससे पहले मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने राष्ट्रीय राजधानी में चीनी मांझा बेचने के आरोप में पांच दुकानदारों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पतंगबाजी के लिए चीनी मांझा के इस्तेमाल की सूचना मिली थी. गौरतलब है कि चाइनीज मांझा पक्षियों और इंसानों पर खतरनाक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए दिल्ली एनसीआर में प्रतिबंधित है.
चीनी मांझा एक कांच की परत वाली सिंथेटिक स्ट्रिंग है, जिसका इस्तेमाल पतंग उड़ाने के लिए किया जाता है. यह मोनोफिलामेंट मछली पकड़ने की रेखाओं से बना है. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में किए गए पिछले सबमिशन के अनुसार, पुलिस, दिल्ली सरकार के साथ-साथ विभिन्न कार्यकर्ताओं, मोनोफिलामेंट स्ट्रिंग्स घातक हैं, क्योंकि उन्हें तोड़ना बहुत मुश्किल है. वे पॉलिमर को पिघलाकर और मिला कर बनाए जाते हैं, और तार बनने के बाद, उन्हें कांच के साथ लेपित किया जाता है. तनी हुई, मोनोफिलामेंट स्ट्रिंग्स में मनुष्यों और जानवरों को समान रूप से घायल करने की क्षमता होती है.