बिहार में महागठबंधन की सरकार का विस्तार आज होने जा रहा है. मंत्री मंडल में शामिल होने के लिए विधायकों और एमएलसी को राजभवन से फोन आ गया है. कैबिनेट के विस्तार में नीतीश कुमार ने पुराने के साथ नए चेहरों पर भी विश्वास जताया है. जदयू कोटे में जहां अनुभवी चेहरे दिख रहे हैं. वहीं राजद के कोटे में छह बार विधायक बने साथ से लेकर पहली बार एमएलसी बने साथियों को मौका दिया जा रहा है. लिस्ट में कई ऐसे नाम हैं जो लोगों को चैंका रहा है. हालांकि बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने भी नए चेहरे को ही मौका दिया है.
अनीता देवी- रोहतास के नोखा से विधायक हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र में लगातार तीन बार लोगों का जनाधार प्राप्त किया है. पहले भी महागठबंधन की सरकार में मंत्री थीं. राबड़ी देवी की काफी करीबी मानी जाती हैं.
आलोक कुमार मेहता- समस्तीपुर के उजियारपुर से विधायक हैं. उन्होंने तीन बार विधानसभा चुनाव में अपने सीट फतह की है. ये लालू यादव के साथ तेजस्वी यादव के भी करीबी माने जाते हैं.
कुमार सर्वजीत- गया जिला के बोधगया सीट से तीन बार विधायक हैं. कोई बड़ा रिकार्ड नहीं है. मगर तेजस्वी यादव के काफी करीबी माने जाते हैं.
शाहनवाज- अररिया के जोकीहट से पहली बार विधायक बने हैं. AIMIM की टिकट पर चुनाव जीते हैं. बाद में पार्टी बदलकर राजद में शामिल हो गए.
समीर कुमार महासेठ- मधुबनी सीट से विधायक हैं. लालू के करीबी माने गए हैं.
सुरेंद्र यादव- गया के बेलागंज से विधायक हैं. छह बार राजद कोटे से जीत चुके हैं. लालू यादव के साथ तेजस्वी यादव के भी करीबी माने जाते हैं.
कार्तिक सिंह- बाढ़ से पहली बार राजद कोटे से एमएलसी बने हैं. अनंत सिंह और तेजस्वी के करीबी माने जाते हैं.
शमीम अहमद- अररिया के नरकटिया विधानसभा से विधायक हैं. तेजस्वी यादव के करीबी माने जाते हैं.