पटना. बिहार में इस साल मानूसन किसानों को परेशानी में डाल रखा है. बारिश का दौर पकड़ने से पहले ही धीमा पड़ चुका है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के कमजोर पड़ने से बिहार में अच्छी बारिश के लिए लोग तरस गये हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का हर दावा गलत साबित हुआ है. मानसून के इस सीजन में अभी तक बिहार में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गयी है. खासकर पश्चिमी और दक्षिणी बिहार के किसानों को सूखे जैसे हालात का सामना करने का खतरा उत्पन्न हो गया है.
बिहार में बीते 21 दिनों में कहीं भी मूसलाधार बारिश नहीं हुई है. इस साल राज्य के अधिकतर भागों में हल्की बारिश हुई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार धीमी पड़ जाने से मूसलाधार बारिश के आसार भी फिलहाल नहीं दिख रहे. इन हालातों में धान की फसल को भारी नुकसान हो रहा है. किसान अभी भी आकाश की ओर टकटकी लगाए हैं.
इस बीच, मौसम विभाग ने बिहार में बारिश को लेकर ताजा पूर्वानुमान जारी किया है. विभाग ने 16 से 18 अगस्त 2022 को कहीं-कहीं छिटपुट बारिश होने की संभावना जतायी है. मौसम विज्ञानियों ने 19 अगस्त को अच्छी बारिश होने की बात कही है. राज्य के 13 जिलों में बारिश की संभावना जतायी गयी है. 18 अगस्त तक इन जिलों में बारिश होगी. हालांकि, मूसलाधार बारिश नहीं होगी. वैसे इन जिलों में 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार हैं. इससे गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अरवल, औरंगाबाद, रोहतास, भभूआ, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, बक्सर, भोजपुर, लखीसराय और जहानाबाद जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है. कहा गया है कि इन जिलों में कीं हल्की तो कहीं मौसम दर्जे की बारिश होगी. राज्य के उत्तरी भाग में एक दो स्थानों पर वज्रपात भी हो सकता है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यदि बिहार में बारिश हुई तो किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है. पानी की कमी के कारण धान की रोपाई न कर पाने वाले किसान खेतों में फसल लगा सकते हैं. पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष अभी तक धान की रोपाई के रकबे में कमी दर्ज की गई है.
पटना 33.2
गया 31.2
मुजफ्फरपुर 33.2
भागलपुर 34.7
औरंगाबाद 31.9
रोहतास 31.8
नवादा 31.9
जमुई 32.3
सीतामढ़ी 36.2
बांका 31.7
कटिहार 33.3
पूर्णिया 35.0