भारत आज यानी 15 अगस्त 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आजादी के 75वें वर्षगांठ पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में झंडोत्तोलन किया. इस दौरान सीएम ने संबोधन किया तो कई मुद्दों के बीच बिहार में नौकरी की भी बात की. तेजस्वी यादव के उस वादे का भी अप्रत्यक्ष तौर पर जिक्र किया जिसमें 10 लाख नौकरी की बात कही गयी थी.
गांधी मैदान से स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर दिये अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में बेरोजगारी की बात भी की. युवाओं को नौकरी देने की बात का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग अब एकसाथ हैं. हम लोगों का कॉन्सेप्ट है कि कम से कम 10 लाख तो कर दें. नौकरी और रोजगार दोनों का इंतजाम इतना कराएंगे कि दस लाख क्या, हमलोगों का मन है कि इसे 20 लाख तक पहुंचाया जाए. चाहे ये नौकरी सरकारी हो या उससे बाहर रोजगार, दोनों का इंतजाम करवाएंगे. इसके लिए काम करेंगे.
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां 10 लाख का जिक्र इसलिए किया क्योंकि हाल के दिनों में जब महागठबंधन की सरकार बनी तो तेजस्वी के पुराने वादे लगातार उनसे पूछे जा रहे हैं जिसमें उन्होंने कभी 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था.
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बताते चलें कि पिछले दिनों बिहार में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ. एनडीए का साथ छोड़कर जदयू महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना गयी. जिसमें सीएम नीतीश कुमार तो डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बने. तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव के दौरान पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था. राजद जब सरकार में आइ तो भाजपा समेत मीडिया व सोशल मीडिया पर लगातार ये सवाल उठते रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कइ मंचों पर इस सवाल का जवाब भी दिया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है और सरकार इस ओर काम करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वो वादे हमने मुख्यमंत्री बनने पर पूरा करने का किया था. अभी डिप्टी सीएम हैं. लेकिन फिर भी इस ओर हम निराश नहीं करेंगे. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस सवाल का जवाब दिया था और इस ओर काम करने की बात कही थी.
Posted By: Thakur Shaktilochan