बिहार के औरंगाबाद की सड़क पर द बर्निंग कार का नजारा देखने को मिला. बताया जा रहा है कि एक परिवार अंबा स्थित सतबहिनी मंदिर पूजा करके वापस लौट रहा था. तब ही ओबरा ब्लॉक मुख्यालय के सामने गाड़ी में अचानक आग लग गयी. वहां मौजूद लोगों ने बताया कि कार सामान्य रफ्तार से जा रही थी. तब ही ऑल्टो कार से आग की लपटे उठने लगी. कार को किसी तरह सड़क के किनारे लगाकर लोगों ने कूदकर अपनी जान बचायी. घटना की जानकारी मिलने के बाद वहां स्थानीय पुलिस पहुंच गयी.
कार में खरंटी गांव के निवासी महाराज पेड़ा दुकान के संचालक मुकेश कुमार अपने परिवार के साथ सवार थे. उनके साथ सतनारायण साव, मंजू देवी और रीता देवी भी कार में बैठी थी. मुकेश ने बताया कि गाड़ी चलाते समय किसी व्यक्ति ने इशारे में बताया कि उनकी गाड़ी में आग लग गयी है. इसके बाद उन्होंने किसी तरह से गाड़ी को साइड में रोका. इसके बाद दरवाजा खोलकर लोगों को निकाला. गाड़ी में आग कैसे लगी इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि देखते ही देखते गाड़ी तुरंत राख बन गयी.
जलती कार को देखकर किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि आग को काबू करने की कोशिश करे. हालांकि घटना की सुचना मिलते की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गयी और दोनों तरफ से सड़क पर गाड़ियों के आवागमन को रोक दिया. इसके बाद दमकल की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया. करीब एक घंटे तक सड़क पर गाड़ियों का आवागमन बाधित रहा. इससे वहां लंबा जाम लग गया इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.