स्मार्ट सिटी में शनिवार को डोर टू डोर कूड़ा का उठाव नहीं हुआ. सातवां वेतन सहित कई मांगों को लेकर नगर निगम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण पूरे शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो गयी. सफाई के साथ ही नगर निगम कार्यालय में भी तालाबंदी कर दी गयी. सुबह के समय निगम कार्यालय से लेकर इमलीचट्टी तक नगर निगम कामगार यूनियन व नगर निगम कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने जम कर प्रदर्शन किया. वहीं मांगों के समर्थन में खूब नारे लगाये. इमलीचट्टी से ही राज्यव्यापी हड़ताल में शामिल होने मुजफ्फरपुर से 600 निगम कर्मी पटना के लिये रवाना हुए. नगर निगम कर्मचारी संघ के महामंत्री अशोक कुमार सिंह व नगर निगम कामगार यूनियन के सचिव रामलखन सिंह ने बताया कि मांगों को लेकर हड़ताल पूरी तरह से सफल रहा. पटना में राज्य स्तर पर लिए गए निर्णय के अनुसार 26 अगस्त तक निगम कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी जाती है तो 27 अगस्त से राज्य स्तर पर सभी नगर निगम अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. इसके लिए पूरी रणनीति तैयार कर ली गयी है. आकड़ों के अनुसार सफाई ठप होने से शहर की सड़कों पर करीब 200 टन कूड़ा सड़क पर पसरा रहा.
कूड़ा का उठाव नहीं होने से शहर में चौतरफा गंदगी का अंबार लग गया. घरों से कूड़ा का कलेक्शन नहीं हुआ. सबसे खराब स्थिति डंपिंग पॉइंट की हो गयी. मोतीझील, मालगोदाम चौक, आमगोला रोड, छोटी सरैयागंज, ब्रह्मपुरा रोड, नयी बाजार, छाता बाजार, अखाड़ाघाट रोड में कूड़ा की वजह से सड़क जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी. सोमवार को 15 अगस्त है. ऐसे में निगम कर्मचारी संघ के नेताओं ने बताया कि रविवार को छुट्टी के दिन भी युद्ध स्तर पर शहर की सफाई होगी.
महीनें का 13 दिन बीत जाने के बाद भी नगर निगम कर्मचारियों को जुलाई माह का वेतन नहीं मिला है. जिसके कारण कर्मचारियों में काफी आक्रोश है. नगर निगम कामगार यूनियन के अध्यक्ष अशोक राय ने बताया कि जल्द वेतन का भुगतान नहीं होता है तो 20 अगस्त को वेतन के लिए आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशील ओझा, सचिव सत्येंद्र सिंह, कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार, दशई राम ने पटना में प्रदर्शन का नेतृत्व किया.
— कर्मचारियों को 7वां वेतनमान लागू करना
— संविदा कर्मियों की सेवा स्थायी
— निगम में आउट सोर्सिंग की प्रथा पर लगे रोक
— समान काम समान वेतन
— छठे वेतनमान के एरियर का भुगतान