पटना. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा आज अपने इस्तीफे का एलान कर सकते हैं. राजद की ओर से उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी के बाद उनके अध्यक्ष पद से हटना तय हो गया था. इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सदन में हुए विवाद को भाजपा के साथ दरार पैदा करने के मुख्य कारणों में गिना जा रहा है. यही कारण रहा कि गठबंधन बदलने के बाद नीतीश सरकार ने सबसे पहले जो पहल की है, वह स्पीकर की कुर्सी से विजय कुमार सिन्हा को हटाने की है. स्पीकर की कुर्सी से विजय सिन्हा को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव दिया जा चुका है.
विपक्ष के 75 सदस्यों की तरफ से यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जा चुका है. सूत्रों की मानें तो बदली हुई परिस्थिति में विजय कुमार सिन्हा अविश्वास प्रस्ताव का सामना किये बगैर अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. विजय कुमार सिन्हा आज ही अपने इस्तीफे का एलान कर सकते हैं. पहले यह कहा जा रहा था कि विजय सिन्हा अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. वैसे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पद से इस्तीफा देने के सवाल पर कहा कि जब तक संवैधानिक पद पर हूं, तब तक ऐसी कोई बात नहीं करूंगा, जब पद से इस्तीफा दे दूंगा तो खुलकर बात करूंगा.
इधर, शहीद दिवस के मौके पर बिहार विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में विजय सिन्हा के लिए कुर्सी नहीं लगायी गयी. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत नीतीश कुमार के करीबी नेता इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत अन्य लोगों के लिए कुर्सियां तो लगी हैं लेकिन विजय सिन्हा के बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी गयी. तेजस्वी समेत अन्य नेता कुर्सी पर बैठे थे, एक कुर्सी नीतीश कुमार के लिए रिजर्व रखी गई थी. लिहाजा स्पीकर विजय कुमार सिन्हा श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वहां से लौट गये.
सरकार के बदलने के बावजूद विजय कुमार सिन्हा अभी बिहार विधानसभा के स्पीकर के पद पर हैं. उन्होंने अब तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन उनके इस्तीफा देने से पहले ही उन्हें विधानसभा में आयोजित राजकीय समारोह से आउट कर दिया गया. सत्ता पक्ष के लोगों के बैठने के लिए तो व्यवस्था जरूर की गई थी, लेकिन स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के लिए वहां कुर्सी नहीं लगायी गयी थी.