मुजफ्फरपुर. गुरुवार की सुबह 9.35 बजे से पूर्णिमा शुरू हो रहा है. इसी के साथ भद्रा काल भी शुरू होगा. रात 8.25 बज तक भद्रा रहेगा. पूर्णिमा का समापन शुक्रवार को सुबह 7.16 बजेहोगा. 11 अगस्त को पूर्णिमा के साथ भद्रा लगने के कारण अधिकतर पंडितों का मत है कि गुरुवार की रात 8.26 बजे से शुक्रवार की सुबह 7.16 तक रक्षाबंधन किया जायेगा. रक्षाबंधन पूर्णिमा तिथि में ही होता है, इसलिए पूर्णिमा की समाप्ति तक बहनें भाइयों को राखी बांधेगी.
पं. प्रभात मिश्रा कहते हैं कि रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त गुरुवार की रात 8.26 बजे से शुरू हो रहा है. आचार्य चंद्र प्रकाश त्रिपाठी कहते हैं कि रक्षाबंधन पूर्णिमा तिथि रहते हुए 12 अगस्त की सुबह 7.16 बजे तक कर लेना चाहिए. इसके बाद प्रतिपदा की तिथि शुरू हो जायेगी, जिसमें रक्षाबंधन नहीं किया जाता. पं. अभिनय पाठक ने कहा कि भद्रा में खरीदारी पर रोक नहीं है. बहनें रक्षा सूत्र सहित अन्य शुभ चीजें खरीद सकती हैं, लेकिन रक्षाबंधन भद्रा में नहीं होना चाहिए. वहीं, पुरोहितों के मत के अनुसार बहनों ने भी भाइयों को रक्षासूत्र बांधने की तैयारी कर ली है.
रक्षाबंधन से पूर्व हाथों में मेहंदी लगाने के लिए बंका बाजार में महिलाओं की भीड़ रही. यहां शृंगार प्रसाधन की दुकानों के बाहर मेहंदी लगाने की व्यवस्था थी. हालांकि भीड़ अधिक होने के कारण महिलाओं को इंतजार करना पड़ा. यहां राजस्थानी, मिथिलाचंल, तिरहुत की संस्कृति के अनुसार मेहंदी लगायी जा रही थी. महिलाएं जिस डिजायन को पसंद करतीं, मेहंदी लगाने वाले एक्सपर्ट उसी डिजायन के मेहंदी लगाते. मेहंदी लगाने वाले विनोद कुमार ने कहा कि रक्षाबंधन के लिए दो दिन पहले से भीड़ बढ़ी है.
रक्षाबंधन पर लहठी की जमकर खरीदारी हुई. महिलाएं अपनी पसंद के अनुसार लहठी की खरीदारी करती दिखीं, तो पुरुष भी खरीदारी करते दिखे. कई भाइयों ने बहनों को नेग देने के लिए लहठी की खरीदारी की. लहठी विक्रेता मो आजाद ने कहा कि रक्षाबंधन के लिए लहठी की अच्छी बिक्री हो रही है. लाल और मरून कलर के साथ नग की नक्काशी वाली लहठी की सेल अच्छी है. महिलाएं और पुरुष जमकर लहठी की खरीदारी कर रहे हैं.