Jharkhand Janjatiya Mahotasav: केंद्र सरकार ने वनाधिकार कानून में मिले अधिकार को रोक दिया. जंगल में रहनेवाले लोगों के विकास के लिए अब जमीन नहीं ले सकते हैं. इसे वापस लेने की मांग हमने की थी. ग्राम सभा का अधिकार वापस लिया जा रहा है. अब तय किया गया है कि पर्यावरण स्वीकृति मिलने के बाद ग्राम सभा से अनुमति लेनी होगी. हक और अधिकार के लिए सजग रहना होगा. एकजुट होकर काम करना होगा. यह बातें छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कही. वह रांची के मोरहाबादी मैदान में बुधवार को दो दिनी जनजातीय महोत्सव के समापन के मौके पर संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कोयला आपूर्ति झारखंड व छत्तीसगढ़ से बंद हो जाये, तो पूरे देश की ऊर्जा ठप हो जायेगी.
श्री बघेल ने कहा कि यहां भी कुछ दिनों पहले तख्ता पलट की कोशिश हुई थी. बाउंसर मारा गया था, जिसे झारखंडियों ने हुक कर दिया और बिहार में उनकी सत्ता चली गयी. पहले इडी, आइटी, सीबीआइ झारखंड व छत्तीसगढ़ आते थे. अब बिहार भी जायेंगे. कुछ काम बंट जायेगा.
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मौके पर सीएम हेमंत ने कहा कि राज्य अलग होने के बाद पहली बार जनजातीय महोत्सव हो रहा है. कुछ दिन पहले चिंता थी कि सुखाड़ की स्थिति बन रही है. सरकार के साथ किसानों की भी चिंता थी. इस पर निरंतर नजर थी. जनजातीय महोत्सव शुरू होते ही इंद्र भगवान की कृपा भी बरसने लगी है. उन्होंने कहा कि संविधान ने जो अधिकार दिया है, उसके आधार पर संघर्ष कर रहे हैं. जंग आगे भी लड़नी होगी. जो संपत्ति हमारे पास है, वह हमारे पूर्वजों की है. इसे कैसे बचाना और मजबूत करना है. आज का दिन संकल्प दिवस भी है. इस दिन निकलनेवाली आवाज शीर्ष की कुरसी पर बैठे लोगों तक भी पहुंचनी चाहिए.