नीतीश कुमार ने बुधवार को राजभवन में आठवीं बार मुख्यमंत्री पद सी शपथ ले ली. उनके साथ तेजस्वी यादव ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने राजभवन से बाहर निकते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ अब पूरे विपक्ष को एक साथ आने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष एकजूट होकर 2024 की तैयारी करे. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वो प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं.
नीतीश कुमार ने केंद्र की सरकार पर शपथ लेते ही निशाना साधते हुए कहा कि 2014 वालों को 2024 में कामयाबी नहीं मिलेगी. हम रहें या ना रहें वो 2024 में नहीं रहेंगे. सीएम नीतीश ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद हम मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे. मुझ पर दबाव डालकर सीएम बनाया गया. लेकिन सीएम बनने के बाद जिस तरह का व्यवहार हुआ वो ठीक नहीं था. पिछले दो महीने से हम किसी से बात नहीं कर पा रहे थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब जदयू ने 2015 में महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ा तो कितने सीट थे. फिर जब बिहार में बीजेपी के साथ लड़े तो कितने लोग थे. यह देखने की जरूरत है. हमने जो फैसला किया है वो सभी लोगों की सहमति से लिया है. कुछ लोगों को लगता है कि देश से विपक्ष खत्म हो गया तो अब हम विपक्ष में आ ही गये हैं.
आठवीं बार शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सवाल का जवाब देते हुए अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और कहा कि उनका दिया प्यार कभी नहीं भूल सकता हूं. उन्होंने कहा कि हमारी किसी पद पर दावेदारी नहीं है. गौरतलब है कि इससे पहले नीतीश कुमार ने मार्च 2000, नवम्बर 2005, नवम्बर 2010, फरवरी 2015, नवम्बर 2015, जुलाई 2017 और नवम्बर 2020 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बुधवार 10 अगस्त 2022 को आज आठवीं बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।