पटना. नीतीश कैबिनेट का आज दोपहर दो बजे गठन होगा. राज्यपाल फागू चौहान कैबिनेट के नये सदस्यों को शपथ दिलायेंगे. महागठबंधन की नयी सरकार की कैबिनेट में जगह का फाॅर्मूला 2015 के आधार पर तय होगा. इसके मुताबिक पांच विधायक पर एक मंत्री बनाये जायेंगे. सरकार में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 36 हो सकती है. ऐसे में विधानसभा में 79 विधायकों वाली पार्टी राजद के 15 मंत्री बन पायेंगे. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. कांग्रेस के हिस्से में तीन से चार मंत्री पद आयेंगे.
सूत्रों के मुताबिक भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा. भाकपा माले ने सरकार में शामिल होने से मना कर दिया है. पर, भाकपा और माकपा ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं. विधानसभा में भाकपा और माकपा के दो-दो विधायक हैं. महागठबंधन की सरकार में मंत्रियों के नाम तय करने में सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा जायेगा. सबसे अधिक यादव विधायक चुनाव जीत कर आये हैं.
ऐसे में यादव, अल्पसंख्यक और वैश्य व कुशवाहा जाति के मंत्रियों की संख्या अधिक होगी. सूत्रों के मुताबिक जदयू कोटे के कुछ मंत्रियों को ड्राॅप किया जा सकता है. सरकार के स्वरूप को लेकर बुधवार की शाम महागठबंधन की घटक दलों की बैठक में चर्चा होगी. इसके बाद ही शीर्ष नेताओं की राय से मंत्रियों के नाम और विभाग तय किये जायेंगे.
महागठबंधन विधायक दल की बैठक में आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सबको साथ लेकर चलेंगे. आप सबकी राय लेकर ही सरकार चलेगी. उन्होंने कहा कि दम घुट रहा था. हम हमेशा अलर्ट रहते थे. समाज में विवाद पैदा करने की कोशिश हो रही थी. इसके पहले विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि आप हमारे नेता हैं. हमलोग आपके समर्थन में हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने सब का शुक्रिया अदा किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पहले काफी तनाव में थे, आज काफी हल्का महसूस कर रहे हैं.
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महागठबंधन की तरफ से नयी सरकार का बनाने का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात की तथा समर्थन के लिए उनका आभार जताया. सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार दिल्ली आने पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात भी कर सकते हैं.