बिहार में एनडीए के दो घटक दलों बीजेपी और जेडीयू के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को जेडीयू और आरजेडी ने विधानमंडल दल की बैठक बुला ली है. माना जा रहा है कि बिहार की राजनीति में अगले 24 घंटे बेहद अहम साबित हो सकते हैं. आरसीपी सिंह के प्रकरण के बाद से ऐसा लग रहा है कि जेडीयू नेता आरपार के मूड में नजर आ रहे हैं. ऐसे में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने सोमवार को राज्य में उत्पन्न राजनीतिक हलचल के बीच भाजपा पर बेरोजगारी को लेकर जोरदार निशाना साधा है।
तेज राजनीतिक घटनाक्रम के वीआईपी के देव ज्योति ने कहा कि चुनाव के दौरान 10 लाख लोगो को रोजगार देने का वादा करने वाली भाजपा अब तक राज्य में युवाओं को छलने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को बेरोजगार रखने वाली भाजपा अब बिहार में खुद बेरोजगार होने वाली है। उन्होंने कहा कि वीआईपी के चार विधायकों को तोड़ कर भाजपा खुशफहमी में थी। उन्होंने कहा कि भाजपा अब बिहार में महाराष्ट्र की चाल दोहराना चाह रही थी, लेकिन भाजपा को इसका एहसास नहीं था, कि यह बिहार है, यहां भाजपा की दाल नहीं गलने वाली है।
वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि पहले जब विपक्षी दल बोला करते थे तो सरकार इसे आरोप बता कर नकार दिया करती थी लेकिन सरकार अब खुद इस बात को मान रही है कि वर्ष 2014 -15 से लेकर 2021-22 के बीच कुल 22.05 करोड़ लोगों ने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया. इन सभी लोगों ने केंद्र सरकार के अलग – अलग विभागों में नौकरी के लिए आवेदन किया.