मुजफ्फरपुर: दिल्ली के करोल बाग इलाके में फर्जी सीआइडी अधिकारी बनकर आभूषण की ठगी करने वाले गिरोह के शातिर सादिक हुसैन को अहियापुर से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने कोल्हुआ पैगम्बरपुर में छापेमारी करके सादिक को दबोचा है. वह अपने कथित रिश्तेदार नरगिस के यहां छिपकर रह रहा था. पुलिस नरगिस को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
बताया जाता है कि मो. सादिक की गिरफ्तारी बीते 26 जुलाई को दिल्ली के करोलबाग में बिदनपुरा के आभूषण कारोबारी से हुए 900 ग्राम सोने की ज्वेलरी उड़ाने की घटना में की गयी है. हालांकि, दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. सादिक को रविवार की देर शाम कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. उसको ट्रांजिट रिमांड पर लेकर टीम दिल्ली रवाना हो गयी.
आरोपी मो.सादिक के इरानी गिरोह से जुड़े होने की चर्चा है. दिल्ली पुलिस की टीम गिरोह के अन्य शातिरों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि सादिक के गिरोह के शातिर फर्जी सीआइडी के अलावे सीबीआइ, विजिलेंस, दिल्ली पुलिस, क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर भी ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं.
दिल्ली के बिदनपुरा के आभूषण कारोबारी हफीजुल बीते 22 जुलाई को 900 ग्राम सोना लेकर करोलबाग इलाके के एक ज्वेलरी के पास आए हुए थे. आभूषण बनाने के बाद पालिश कराने के लिए उसे लेकर जा रहे थे, तभी बाइक सवार दो युवक आये और खुद को सीआइडी अधिकारी बताकर हफीजुल्लाह के बैग की जांच करने लगे. थोड़ी देर बाद दोनों फरार हो गये. पीड़ित ने जब बैग की जांच की तो गहने गायब थे.
आभूषण कारोबारी की शिकायत के बाद जब दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो इस घटना के पीछे ईरानी गैंग के शातिर के होने की जानकारी मिली. सर्विलांस टीम लगातार टावर डंप कर रही थी. इसके अलावे पूर्व में गिरफ्तार शातिरों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली पुलिस की टीम मो. सादिक को खोजते हुए अहियापुर पहुंच गयी.
सादिक के गैंग के शातिर ने पिछले महीने करोल बाग के देश बंधु गुप्ता रोड में कारोबारी भंवर सिंह से फर्जी सीबीआइ के अधिकारी बनकर 12 लाख रुपये उड़ा लिए थे. इस बाबत पीड़ित भंवर सिंह ने करोल बाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. तीन शातिर आया और खुद सीबीआई का अफसर बताकर बैग की जांच करने को कहा. बैग की जांच करने के बाद उन्हें बैग वापस कर दिया गया, लेकिन जब उन्होंने बैग बाद में देखा तो वह खाली था और साढ़े 12 लाख रुपये गायब थे.
दिल्ली में लगातार एक के बाद एक वारदात को अंजाम देने के बाद मो. सादिक मुजफ्फरपुर समेत पूरे उत्तर बिहार में अपने नेटवर्क को फैलाने की योजना सामने आयी है. अहियापुर थानेदार विजय कुमार सिंह की माने तो दिल्ली पुलिस की टीम उसको गिरफ्तार करके ले गयी है. सादिक जिस महिला के घर में रुका था. उसको भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. संभावना है कि वह उत्तर बिहार में भी अपने नेटवर्क को स्थापित करने की कोशिश में था.