रांची : राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि झारखंड में क्लास 3 के बच्चे वर्ष 2017 की तुलना में 2021 में कमजोर पाये गये हैं. गणित और भाषा में तो समस्या और भी ज्यादा गंभीर है. नैस के रिजल्ट के आधार पर बच्चों के पठन-पाठन को लेकर जिलों को दिशा-निर्देश भेजा गया है.
झारखंड शिक्षा परियोजना ने अपने पत्र में कहा है कि नैस 2021 के रिजल्ट में राज्य में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को सभी विषयों में वर्ष 2017 की तुलना में कम अंक प्राप्त हुए हैं. कक्षा तीन में वर्ष 2017 में भाषा में झारखंड राष्ट्रीय स्तर पर 11वां था, जो 2021 में 25वां हो गया. इसी प्रकार गणित में 13वां से 19वां व विज्ञान में 16वां से 25वां हो गया है. इसी प्रकार अन्य कक्षाओं में भी प्रदर्शन वर्ष 2017 की तुलना में खराब रहा है.
पत्र में कहा गया है कि बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर करने के लिए विद्यालयों में लगातार गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए कार्य करना होगा. स्कूलों में पठन-पाठन को लेकर दिशानिर्देश जारी किया गया है. सभी जिलों को नैस की तुलनात्मक रिपोर्ट भेजी गयी है. जिला और प्रखंड स्तर के पदाधिकारी से लेकर बीआरपी-सीआरपी तक को इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है. स्कूलों में होनेवाली गुरु गोष्ठी में इसकी जानकारी जिलों को देने का निर्देश दिया गया है.
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बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर करने के लिए विद्यालयों में करना होगा प्रयास
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वर्ष 2017 की तुलना में 2021 के सर्वे में कक्षा तीन के बच्चे पढ़ाई में हुए कमजोर
नैस के रिजल्ट के आधार पर बच्चों की लिस्ट तैयार करने के लिए कहा गया है. जिन विषयों में शैक्षणिक स्तर बेहतर नहीं हैं, उनमें विशेष ध्यान देने को कहा गया है. तय समय के अंदर बच्चों का शैक्षणिक स्तर तय मापदंड के अनुरूप हो सके, इसे सुनिश्चित करने को कहा गया है.