भागलपुर: जिले में लगातार खादी ग्रामोद्योग में तैयार झंडे की बिक्री का रुझान घटता जा रहा था, लेकिन इस बार आजादी के 75वें वर्ष होने वाले अमृत महोत्सव को लेकर फिर खादी के झंडे के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है. पहली बार सिल्क सिटी भागलपुर में बने खादी व रेशमी तिरंगे गुजरात, बंगाल समेत देश में फहराये जायेंगे और कारोबार भी बढ़ेगा.
भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ में लगातार तिरंगा झंडा की बिक्री में गिरावट आ रही थी. हाल के वर्षों में खादी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है. इससे पहले सात वर्ष पहले जब महादलित टोला में स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने की परंपरा शुरू हुई, तो एकाएक झंडा की बिक्री डेढ़ गुनी हो गयी थी. फिर धीरे-धीरे झंडा की बिक्री में गिरावट आने लगी. संघ के प्रशासक मायाकांत झा ने बताया कि इस बार आजादी के 75 वर्ष पर जश्न मनाने को लेकर युवा, छात्र-नौजवान, जन प्रतिनिधि देश व समाज के प्रति उत्साहित हैं. इसी उत्साह में नये खादी के झंडे खरीद रहे हैं. इससे बिक्री के और बढ़ने की आसा है.
बता दें कि पहली बार गुजरात के सुरेंद्र नगर से 3000 तिरंगा के ऑर्डर मिले हैं, जिनकी कीमत तीन लाख है. वहीं, बंगाल से 148 पीस तिरंगा के ऑडर है, जिनकी कीमत 48 हजार रुपये है. झारखंड से चार पीस बड़ा झंडा का ऑर्डर मिला है. गया से 4500 पीस झंडा के ऑर्डर मिले है, जिनकी कीमत भी लगभग तीन लाख है. मुजफ्फरपुर से दो लाख रुपये के 2500 तिरंगा के ऑर्डर मिले हैं.
इस बार भी पटना के गांधी मैदान में भागलपुर में तैयार तिरंगा लहरायेगा. इसके अलावा बांका, बेगुसराय, मुंगेर समेत भागलपुर के सभी प्रखंड में 3000 से अधिक तिरंगा की बिक्री होगी. इससे लाखों का कारोबार होगा. उन्होंने बताया कि सामान्य झंडा 24-36 इंच का 150 रुपये में, 30-45 इंच का 300 रुपये, 48-72 इंच का झंडा 400 रुपये में उपलब्ध है. गांधी मैदान में 6-9 फीट का झंडा फहरेगा. यह 4500 रुपये में उपलब्ध है.