Bihar Flood 2022: पड़ोसी देश नेपाल में लगातार भारी बारिश के कारण कोसी नदी में बाढ़ से तबाही शुरू हो गई है. सुपौल के निर्मली अनुमंडल क्षेत्र में कोसी तटबंध के भीतर बसे कई गांव में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. कई घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं जरौली, हरियाही में कई खेतों में पानी लग चुका है. जिससे खेत में लगी फसलें भी डूब गई है.
बाढ़ के कारण जगह-जगह सुरक्षा बांध और स्परों में कटाव हो रहा है. हालांकि सुरक्षा तटबंध और स्परों पर कटाव को रोकने के उद्देश्य से जल संसाधन विभाग की टीम मुस्तैद दिख रही है और जगह-जगह कटाव निरोधी काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है.
नेपाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर व्यापक स्तर पर बढ़ता जा रहा है. जिससे बाढ़ प्रभावित इलाक़े के लोगों की परेशानी बढ़ गई है. घरों में पानी घुसने के बाद लोग निजी और सरकारी नाव के सहारे ऊंचे स्थान जैसे सुरक्षा तटबंध और अन्य जगहों के लिए पलायन करने लगे हैं.
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सप्तकोसी नदी में पानी के बहाव में उतार-चढ़ाव जारी है. बीती रात कोसी बैराज से 242,965 क्यूसेक प्रति सेकेंड की रफ्तार से पानी बह रहा था. सुनसारी के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया कि गुरुवार की सुबह छह बजे जल प्रवाह 290,350 क्यूसेक प्रति सेकेंड था.
इसी तरह सुबह आठ बजे माप के अनुसार 228,25 क्यूसेक प्रति सेकेंड पानी का बहाव था. कोसी बैराज के 56 गेटों में से अब 41 गेट खोल दिये गये हैं. डीएम यादव ने कहा कि हालांकि कोसी नदी ओवरफ्लो होकर उदयपुर के पास एक नगर पालिका डुमरीबोट की बस्ती में चली गई, लेकिन कोसी बैराज से पानी का बहाव जारी है.
मुख्य जिला अधिकारी ने बताया कि सप्तकोसी में पानी के प्रवाह में उतार-चढ़ाव के कारण सप्तरी में गोवरगढ़ा, उदयपुर में बेलका नगर पालिका में डुमरीबोट व उत्तर में लखखोच में भूमि का कटाव होने लगा है. यादव ने कहा कि स्थानीय निवासियों को तैयार रहने के लिए नोटिस भी जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि कोसी से किसी भी प्रकार की मानव हानि और अन्य क्षति को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा अपनाए जाने वाले सभी एहतियाती उपाय अपनाये गये हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan