भागलपुर में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने संभावित सुखाड़ व इससे निबटने की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए वर्चुअल बैठक की. प्रति प्रखंड कम से कम 100 नये डीजल अनुदान के आवेदन सृजित करने करने के लिए किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी व अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को क्षेत्र भ्रमण करने कहा.
डीजल अनुदान का आवेदन की प्रगति कहलगांव प्रखंड को छोड़ कर अन्य प्रखंडों में असंतोषजनक पायी गयी. इस पर डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को कड़ी चेतावनी दी कि सभी कर्मचारी व पदाधिकारी क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए किसानों के बीच प्रचार-प्रसार करेंगे और धान रोपनी करने के लिए डीजल अनुदान का लाभ लेने को प्रेरित करेंगे. शिथिलता बरतनेवाले कर्मचारी व पदाधिकारी को चिह्नित कर जिला कृषि पदाधिकारी को रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया.
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में धान रोपनी 20.70 प्रतिशत ही हो पायी है. डीएम ने कहा कि किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी हर दिन तीन-तीन पंचायतों का भ्रमण कर प्रचार प्रसार कर उपलब्ध जल स्रोतों से अधिक से अधिक धान रोपनी कराना सुनिश्चित करेंगे. जिला कृषि पदाधिकारी भी भ्रमण करेंगे. साथ ही प्रत्येक दिन भ्रमण किये गये स्थलों का जीपीएस फोटोग्राफ विभागीय वाट्सअप ग्रुप में भेजेंगे.
इसकी मॉनिटरिंग जिला कृषि पदाधिकारी करेंगे. आकस्मिक फसल योजना के लिए तोरिया, कुल्थी, उड़द, अरहर, लोबिया, मूली व पालक के बीज के लिए औपबंधिक मांग पत्र समर्पित किया गया है. चालू नलकूपों की जांच रिपोर्ट भेजने कहा गया. इस मौके पर डीडीसी प्रतिभा रानी, अपर समाहर्ता शिव कुमार शैव, जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार यादव, आपदा प्रबंधन शाखा के एसडीसी विकास कर्ण आदि मौजूद थे.