बिहार में शराब तस्करी रोकने के लिए अब एक और नया कदम उठाया जा रहा है. अब बिहार के अंतरराज्जीय चेकपोस्टों पर हैंड हेल्ड स्कैनरों से गाड़ियों की जांच की जाएगी. इनके माध्यम से किसी सामान को खोले बगैर भी देखा जा सकेगा कि उनके अंदर क्या-क्या रखा है ? शीशा, कांच या प्लास्टिक की बोतल अथवा किसी अन्य माध्यम में रख कर शराब की ढुलाई करने वाले वाहन और माफिया तत्काल इसके माध्यम से पकड़े जा सकेंगे.
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के उप आयुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि फिलहाल दो हैंड हेल्ड स्कैनर उपलब्ध हुए हैं, जिनको गोपालगंज और डोभी चेकपोस्ट पर जांच में लगाया जायेगा. किसी पर शक होने पर चेक पोस्ट कर्मी किसी भी सामान या वाहन को इसके माध्यम से स्कैन कर देख सकेंगे. फिलहाल कुछ दिनों तक इसका ट्रायल पटना में दीदारगंज चेक पोस्ट और गांधी सेतु पर किया जा रहा है.
मद्य निषेध अधिकारी के मुताबिक एक हैंड हेल्ड स्कैनर की कीमत बाजार में ढ़ाई से तीन करोड़ रुपये है. फिलहाल दो मशीन किराये पर ली गयी है, जिसके लिए एजेंसी को 14 लाख रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जायेगा. इसके मेंटनेंस की पूरी जिम्मेदारी भी एजेंसी की होगी.
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विभाग के उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक सप्ताहांत होने वाली छापेमारी की कड़ी में इस शनिवार की शाम पांच बजे से लेकर रविवार की सुबह आठ बजे तक अभियान चलाया गया. इस दौरान छह जिलों पटना, शेखपुरा, नवादा, सारण, दरभंगा और कैमूर में उत्पाद विभाग की फोर्स ने रात्रि छापेमारी की. इस दौरान पटना में 91, शेखपुरा में 32, नवादा में 80, सारण में 55, दरभंगा में 46, कैमूर में 52 सहित कुल 356 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.