भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पटना पहुंचे. उन्होंने पटना पहुंचने के बाद बातचीत करते हुए स्कूलों में रविवार के बजाए शुक्रवार को छुट्टी देने को कानून का उल्लंघन बताया. गिरिराज सिंह ने कहा कि मुस्लिम बहुल इलाकों में रविवार के बजाए शुक्रवार को छुट्टी देना शरिया कानून के जैसा है. पहले ये बात उत्तर प्रदेश और झारखंड में सामने आयी थी. इसके बाद अब पता चल रहा है कि बिहार में भी यही हो रहा है. आजादी के समय से ही रविवार को छुट्टी मिलती है. रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी कानून सम्मत नहीं है.
स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी: गिरिराज सिंह ने कहा- यह शरिया कानून जैसा pic.twitter.com/z2LBbWEc70
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) July 30, 2022
हाल ही में बिहार में ये बात सामने आयी थी कि कई जिलों में सामान्य सरकारी स्कूलों में बिना किसी आदेश के ही रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी दिए जाने का मामला सामने आया है. ये बाते खासतौर पर मुस्लिम बहुल इलाकों में ये हालात आम हो गयी है. किशनगंज में 37, कटिहार में 138, अररिया, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, छपरा, गोपालगंज समेत कई जिलों में करीब 300 ऐसे विद्यालय हैं तो शुक्रवार को छुट्टी दे रहे हैं।
शुक्रवार को स्कूलों में छुट्टी को लेकर राज्य में राजनीति गरम होती नजर आ रही है. इसके साथ ही सत्ताधारी गठबंधन के दोनों दल बीजेपी और जदयू के सूर अलग-अलग हैं. हाल ही में राज्य सभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा था कि सरकारी छुट्टियां धर्म को देखकर नहीं होती है. अगर ऐसा होता है तो ये घोर सांप्रदायिक निर्णय होगा. इसे वापस लेना चाहिए. जबकि जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संस्कृत स्कूलों के छुट्टी का कैलेंडर जारी कर ट्वीट किया कि इन स्कूलों में भी अष्टमी और प्रतिपदा को स्कूलों में छुट्टियां दी जाती हैं.