Gorakhpur News: गुरुवार को गोरखपुर के सहजनवा थाने में थाने के थानेदार और दरोगा के बीच हुए मारपीट के मामले में एसएसपी ने कार्यवाही करते हुए थानेदार अंजुल चतुर्वेदी और दरोगा रामप्रवेश सिंह को सस्पेंड कर दिया है. एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं. एसएससी ने कहा है कि इससे पुलिस की छवि खराब हो रही है. पुलिस जैसे अनुशासित विभाग में रहते हुए इन्होंने अनुशासनहीनता की है.
गुरुवार कि सुबह सहजनवा थाने में तैनात दरोगा रामप्रवेश सिंह फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे. इस दौरान सजनवा थाने के थानेदार अंजुल चतुर्वेदी ने दरोगा को अपने पास बुलाने के लिए आवाज लगाई. लेकिन दरोगा रामप्रवेश ने उनकी बात नहीं सुनी. इसके बाद दोबारा कई बार थानेदार ने आवाज लगाई लेकिन दरोगा उनकी बात नहीं सुना. इसके बाद थानेदार मौके पर ही पहुंच गए. इस पर थानेदार ने दरोगा से बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए उससे सवाल किया. जो बात दरोगा को नागवार लगी और दोनों में अपशब्द का प्रयोग शुरू हो गया जो आगे बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक चला गया.
इस दौरान थाने में तैनात दरोगा राम प्रवेश सिंह ने थानेदार पर हाथ छोड़ दिया और ताबड़तोड़ 4-5 थप्पड़ जड़ दिए थाने में थानेदार से मारपीट होते देख वहां मौजूद फरियादी हक्का बक्का रह गए. थाने में मौजूद दीवान मारपीट होते देख भागकर मौके पर पहुंचा. दरोगा का हाथ पकड़कर उन्हें दूर किया उसके बाद थानेदार और दरोगा दूर होने के बाद भी एक दूसरे पर अपशब्दों की बौछार करते रहे.
इस मामले की जानकारी जब गोरखपुर जिले के एसपी उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी और सीओ कैंपियरगंज अजय कुमार सिंह को हुई तो ये मौके पर पहुंचे और इस मामले की जांच कराई. और जांच रिपोर्ट गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर को भेज दिया. जिसके बाद एसएसपी ने थानेदार और दरोगा पर कार्रवाई की है.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप