पटना के फुलवारी शरीफ में कोरोना काल के बाद हजरत सैयद मखदूम मिनहाजुद्दीन रास्ती रहमतुल्लाह अलैह के 656 वां सालाना उर्स के मौके पर टमटम पड़ाव स्थित मजार पर चादर पोशी करने श्रद्धालुओं और अकीदतमंदों का सैलाब उमड़ पड़ा. उर्स को लेकर सुबह से ही दूर दराज से अकीदत मंदो की भीड़ उमड़ने लगी. यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा. फुलवारी और उसके आसपास इलाकों से बैंड बाजा, घोड़ा हाथी के साथ भी अकीदत मंदो ने चादर पोशी की और शिरनी चढ़ाई.
कोरोना के चलते यहां मजार पर उर्स का कार्यक्रम नहीं हुआ था जिसके बाद यहां इस साल पहुंचे अकीदतमंदों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. कोई अकीदतमंद हाथ फैला कर दुआ करते रहे तो कोई रो रोकर अपनी गुनाहों की माफी मांगते देखे गए. यह सिलसिला देर रात होता रहा. ऐसी मान्यता है कि सच्चे दिल से हजरत मखदूम मिन्हाजुद्दीन रास्ती रहमतुल्लाह अलैह के मजार पर मांगी गयी मुरादें पूरी होती है.
फुलवारी शरीफ के सरजमीन पर कदम रखने वाले प्रथम सूफी संत हजरत मखदूम मिन्हाजुद्दीन रास्ती रहमतुल्लाह अलैह का 656 वां सलाना उर्स मुबारक शानो-शौकत से मनाया गया. फुलवारीशरीफ के टमटम पड़ाव स्थित गुरुवार सुबह में हजरत सय्यद मखदूम मिन्हाजुद्दीन रास्ती रहमतुल्लाह अलैह के मजार की गुसुल (स्नान) की रस्म अदा की गयी. उसके बाद कुरआन ख्वानी का आयोजन किया गया.
देर शाम खानकाह मुजीबिया के सज्जादानशीं सय्यद शाह हजरत मौलाना आयतुल्लाह कादरी ने भी हजरत मखदूम मिन्हाजुद्दीन रास्ती रहमतुल्लाह अलैह के मजार पर फतिहा पढ़ी और दूआएं मांगी. उसके बाद सज्जादानशीं की सरपरस्ती में कुल और फतिहा हुआ. जिसमें हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे.
नगर परिषद के चेयरमैन मो. आफताब आलम ने हजरत मखदूम की मजार पर चादर पोशी करते हुये प्रदेश और देश के लिए अमन चैन की दुआ मांगी. आफताब ने कहा कि उर्स में हर धर्म के लोग अकीदत के साथ मजार पर आकर मन्नतें मांगते है, जो पूरा होता है.
Also Read: बांका में पुलिस ने छापेमारी कर PLFI के चार नक्सलियों को किया गिरफ्तार, डेटोनेटर सहित विस्फोटक भी बरामद
उर्स के मौक पर दरगाह परिसर में मेला लगा हुआ है. जहां कई प्रकार की मिठाइयां और बच्चों के लिए खिलौने के दुकान सजे थे. देर शाम हुई झमाझम बारिश के बावजूद अकीदत मंदो के उत्साह में कोई कमी नहीं आई और देर रात तक दुआ फातेहा का सिलसिला जारी रहा. उर्स मुबारक को लेकर इलाके में आवागमन एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया था.