पटना में विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने देश में बढ़ रही बेरोजगारी के मुद्दे पर एक बार फिर सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि सरकार संसद में भी यह मान चुकी है कि सरकारी नौकरी के लिए जितने लोगों ने आवेदन किया था, उसमें से एक फीसदी से भी कम लोगों को ही नौकरी मिल पायी है. यह सरकार की बहुत बरी विफलता है.
वीआइपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि पहले जब विपक्षी दल बोला करते थे तो सरकार इसे आरोप बता कर नकार दिया करती थी लेकिन सरकार अब खुद इस बात को मान रही है कि वर्ष 2014 -15 से लेकर 2021-22 के बीच कुल 22.05 करोड़ लोगों ने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया. इन सभी लोगों ने केंद्र सरकार के अलग – अलग विभागों में नौकरी के लिए आवेदन किया.
देव ज्योति ने कहा की वर्ष 2019-20 में सिर्फ 1.47 लाख लोगों को ही रोजगार प्राप्त हुआ वहीं अगर साल 2019 की बात करें तो इसी साल देश में लोकसभा चुनाव हुए थे और कोरोना महामारी की भी शुरुआत हुई थी. आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि पिछले 8 सालों में कुल 22 करोड़ से ज्यादा लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया जिसमें से केवल 7 लाख 22 हजार 311 लोगों का ही चयन हुआ. जो कि कुल आवेदन की तुलना में सिर्फ 0.33 फीसदी ही है.
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देव ज्योति ने कहा कि हकीकत है कि सरकार सभी मोर्चे पर फेल हो रही है. रोजगार का मामला हो या महंगाई का मामला हो सरकार दोनों मामलों में फेल होती दिख रही है और इसी कारण से देश की जनता त्रस्त है. उन्होंने इसके लिए सरकार की आर्थिक नीति को दोषी बताया.