आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गंभीर बीमारी का इलाज आसान हुआ है. क्या हो अगर कैसे जैसी गंभीर बीमारी का इलाज आयुष्मान कार्ड से ना हो सके. आयुष्मान योजना के तहत मेहरबाई टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में कैंसर के मरीजों का इलाज बंद होने का खतरा पैदा हो गया है.
यह स्थिति भुगतान में अत्यधिक देरी होने की वजह से पैदा हुई है, जबकि टाटा ट्रस्ट सामाजिक सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को हर साल 25 करोड़ रुपये देता है , भुगतान में देरी के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में योजना के तहत दूसरे मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है मेहरबाई टाटा मेमोरियल अस्पताल में प्रति दिन मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी और आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 50 कैंसर के मरीज का रजिस्ट्रेशन होता है. इनमें से 22 -25 मरीजों का रजिस्ट्रेशन आयुष्मान भारत योजना के तहत और इतने ही मरीज़ का रजिस्ट्रेशन मुख्यमंत्री गंभीर बीमार योजना के तहत होता है.